रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। रूसी सेना यूक्रेन पर लगातार बमबारी करते हुए कई शहरों को तबाह और बर्बाद कर दिया है। सोशल मीडिया पर यूक्रेन वॉर की बहुत ही दर्दनाक तस्वीरें वायरल हो रही हैं। वहीं इन वायरल हो रही तस्वीरों के बीच कई फेक तस्वीरें और गलत न्यूज भी वायरल हो रहे हैं।
सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है जिसमें यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेन्स्की के नाज़ी समर्थक होने का दावा किया जा रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स डैन कोहेन ने क्रॉस के निशान वाली हरे रंग की टी-शर्ट पहने ज़ेलेन्स्की की एक तस्वीर पोस्ट की और दावा किया कि क्रॉस का निशान नाजी जर्मनी सेना के प्रतीक का प्रतिनिधित्व करता है।
What exactly is going on here? pic.twitter.com/Xq6a6H2Bs3
— Dan Cohen (@dancohen3000) March 16, 2022
एक अन्य यूजर ने भी नाजी सेना की वर्दी पर निशान को हाइलाइट करते हुए ज़ेलेन्स्की और हिटलर का एक कोलाज पोस्ट किया। उन्होंने ज़ेलेन्स्की पर हिटलर की तरह होने और यूक्रेन को बर्बाद करने का आरोप लगाया।
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे दावे का हमारी टीम ने फैक्ट चेक किया। इस संदर्भ में गूगल सर्च और तमाम खोजबीन करने के बाद हमने पाया कि ये निशान मूल रूप से प्रतीक यूक्रेन सेना से संबंधित हैं। ज़ेलेन्स्की ने यूक्रेनी सेना का प्रतीक पहना है, न कि जर्मनी की नाजी सेना का प्रतीक। विकिपीडिया पर, हमने वायरल तस्वीर को यूक्रेन के सशस्त्र बलों के अंतर्गत ही वर्गीकृत पाया।
यूक्रेनी सेना की आधिकारिक साइट पर भी यही लोगो है।
इसके अलावा, वायरल तस्वीर की जांच करने पर पता चला कि ज़ेलेन्स्की की यह तस्वीर अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने के दौरान की है। ज़ेलेन्स्की का यह संबोधन और अधिक चिकित्सा सहायता की आवश्यकता के बारे में था। ज़ेलेन्स्की ने उल्लेख किया कि यूक्रेन में रूसी सेनाओं के साथ लड़ते हुए हर दिन 9/11 हो रहा है और उन्होंने बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार नाटो और अमेरिकी गठबंधनों से वायु की सुरक्षा का भी आग्रह किया।
इस फैक्ट चेक से साबित होता है कि वायरल दावा भ्रामक है, क्योंकि ज़ेलेन्स्की ने नाजी सेना का प्रतीक नहीं बल्कि यूक्रेनी सेना का प्रतीक पहना था।
दावा: ज़ेलेन्स्की का नाजी सेना का समर्थक होना
दावाकर्ता: डैन कोहेन और अन्य सोशल मीडिया यूजर्स
फैक्ट चेक: भ्रामक