अखबार की कटिंग की एक तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो रही है । प्रतिका की इस वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि भगवान जगन्नाथ बीमार हो गए थे। इतना ही नहीं, कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस तस्वीर को अलग-अलग समय पर अलग-अलग कैप्शन के साथ शेयर किया।
@E_V_periyar ने इस तस्वीर को 17 जनवरी 2022 को “कुछ भी” कैप्शन के साथ साझा किया। इसी तरह, डॉ विलास खरात ने 11 जून, 2021 को यही तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन दिया है, “ब्राह्मणवाद का कहर।”
@E_V_पेरियार की पोस्ट | @ProfVilas की पोस्ट |
इसी तरह कई यूजर्स ने इस तस्वीर को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है।
फैक्टचेक
हमारे फैक्टचेक विश्लेषण पर, हमें इस खबर के बारे में पत्रिका का एक लेख मिला।
यह एक पुरानी परंपरा है कि भगवान जगन्नाथ स्वामी गर्मियों में बीमार हो जाते हैं और उनका इलाज होता है। वह जेष्ठ मास की पूर्णिमा से लगातार 15 दिन तक बीमार रहता है और आषाढ़ मास की अमावस्या को स्वस्थ हो जाता है । मंदिर के पुजारी के अनुसार यह परंपरा करीब 150 साल से चली आ रही है। जिसका अभी भी पालन किया जा रहा है।
लेकिन, Patrika.com ने लेख को बहुत ही भ्रामक तरीके से लिखा है। लेख के अनुसार ऐसा लगता है कि भगवान व्यक्ति रूप में बीमार पड़ते हैं और इलाज करवाते हैं।
निष्कर्ष
समाज के विभिन्न वर्गों के अलग-अलग रीति-रिवाज और परंपराएं हैं। सर्वशक्तिमान भगवान के प्रति अपनी आस्था दिखाने के लिए लोग इन परंपराओं को पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं। इसी तरह, भगवान जगन्नाथ का बीमार पड़ना 150 साल की परंपरा है।
Claim Review : भगवान जगन्नाथ बीमार पड़ते हैं।
Claim Review : भगवान जगन्नाथ बीमार पड़ते हैं।
Claimed by – Patrik.com Fact check – भ्रामक |