सोशल मीडिया पर एक फर्जी दावा वायरल हो रहा है जहां लोग दावा कर रहे हैं कि रतन टाटा ने पुणे के सिम्बायोसिस कॉलेज में भाषण दिया था। टाटा के इस दमदार भाषण जिसका निष्कर्ष निकलता है कि किसी को भी जीवन को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए, जीवन को थोड़ा आसानी से लेना चाहिए, करियर पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और जीवन में हर चीज का संतुलन रखना चाहिए। अपने रिश्ते और मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। यूजर्स टाटा की स्पीच को मोटिवेशनल कोट के तौर पर शेयर कर रहे हैं।
फैक्ट चेक
मामले की पड़ताल के बाद हमारी टीम ने पाया कि रतन टाटा के सुपर स्पीच के मूल शब्द चेतन भगत के हैं। संक्षेप में, उन्होने वायरल भाषण नहीं दिया, बल्कि चेतन भगत ने 2008 में सिम्बायोसिस, पुणे में दिया था।
यह भी पढ़े: यूपी चुनाव 2022 के दौरान बीजेपी पार्टी के सदस्यों पर हमला किया गया था।
निष्कर्ष
इसलिए हमारी शोध में यह साबित होता है कि जीवन में संतुलन रखने के बारे में भाषण रतन टाटा ने नहीं दिया था।
बल्कि चेतन भगत थे जिन्होंने 2008 में सिम्बायोसिस, पुणे में यह बात की थी।
Claim review: रतन टाटा सिम्बायोसिस, पुणे में जीवन में संतुलन पर भाषण दिया।
Claim by: सुजीत जोन Fact check: भ्रामक
|