सोशल मीडिया पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि उन्होने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाई गई नोटबंदी की प्रशंसा की।
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वायरल वीडियो में राहुल गांधी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “जो व्यक्ति नोट बंदी जैसा काम कर सकता है आप किसी भी युवा से पूछ लो, नोट बंदी से फ़यदा हुआ या नुकसान। आठ साल के बच्चों को पूछ लो, बेटा नोट बंदी से फायदा हुआ या नुकसान, वो कहेगा फायदा हुआ।”
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो की जांच करने पर हमने पाया कि ये वीडियो जयपुर के अलबर्ट हॉल में हुई कांग्रेस की युवा आक्रोश रैली का है। इस वीडियो को एडिट किया गया। वीडियो के उस हिस्से को जिसमे राहुल गांधी की जुबान फिसल गई और वह अपनी बात संभालते हुए दिख रहे। उस हिस्से को एडिट किया गया।
28 जनवरी, 2020 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए रैली के वीडियो में 34:21 पर वह हिस्सा दिखाई देता है जिससे वायरल क्लिप में से एडिट कर हटा दिया गया।
इसके अलावा हमने रैली से जुड़ी राजस्थान पत्रिका की भी एक रिपोर्ट मिली। जिसमे बताया गया कि भाषण के दौरान राहुल गांधी की जुबान दो बार फिसली। हालांकि उन्होंने तुरंत अपनी बात सही करने की कोशिश की। पहली बार जुबान तब फिसली, जब राहुल युवाओं की ताकत के विषय में बोल रहे थे। राहुल ने कहा, पूरी दुनिया इस बात को मानकर चलती है कि हिंदुस्तान का युवा केवल हिंदुस्तान को नहीं बल्कि देश को बदल सकता है। इसके बाद तुरंत माफी मांगते हुए कहा कि देश नहीं दुनिया को बदल सकता है। दूसरी बार नोटबंदी पर कटाक्ष के दौरान जुबान फिसल गई। उन्होंने कहा, आठ साल के बच्चे से पूछो कि बेटा नोटबंदी से फायदा हुआ या नुकसान हुआ तो बच्चा कहेगा कि फायदा हुआ। फिर उन्होंने तुरंत संभालते हुए कहा कि फायदा कहां हुआ, नुकसान हुआ।
अत:
राहुल गांधी के कांग्रेसको फायदेमंद बताने का दावा फेक है।