फैक्ट चेकः क्या सीएम योगी ने कहा- ठाकुरों का खून गर्म है, ठाकुरों से गलतियां हो जाती हैं?

Fact Check hi Fake Featured Misleading

यूपी में विधानसभा चुनावों का ऐलान होते ही तमाम दल रणभूमि में कूद चुके हैं। चुनाव आयोग ने कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को देखते हुए 22 जनवरी तक सभी दलों को वर्चुअल चुनाव प्रचार की अनुमति दी है। सिर्फ प्रत्याशी के साथ 5 लोग ही डोर टू डोर चुनाव प्रचार कर सकते हैं। ऐसे में तमाम राजनीतिक दल वर्चुअल रैलियों और चुनाव प्रचार में जुटे हैं। वर्चुअल चुनाव प्रचार में कई तरह के प्रोपेगैंडा और झूठी खबरों का सहारा लिया जा रहा है। हमारी टीम लगातार सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे झूठ और नफरत को उजागिर कर रही है।

सोशल मीडिया पर सीएम योगी आदित्यनाथ का एक ग्राफिकल ब्रेकिंग फोटो वायरल हो रहा है। इस ग्राफिकल ब्रेकिंग फोटो में समाचार चैनल ‘आज तक’ की ब्रेकिंग प्लेट है। इस प्लेट पर टेक्स्ट लिखा है- “ठाकुरों का खून गर्म है, ठाकुरों से गलतियां हो जाती हैः योगी”। यह बयान वायरल करके दावा किया जा रहा है कि सीएम योगी खुद ठाकुर हैं और उन्होंने ठाकुरवाद करके जातिवाद की राजनीति की है।

 

फैक्ट चेकः

वायरल हो रहे ग्राफिकल पोस्ट में हमें ये बात साफ हो गई है कि ये ग्राफिकल ब्रेकिंग प्लेट समाचार चैनल आज तक की है। जिसके बाद हमने आज तक के ट्वीटर अकाउंट पर इस ग्राफिकल प्लेट को ढूंढने की कोशिश की। जिसके बाद हमें आज तक के ट्वीटर पर इस ग्राफिकल फोटो से संबंधित 3 अक्टूबर 2020 को पोस्ट किया गया एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में आज तक की तरफ से लिखा गया है- “वायरल हो रहा आजतक का ये स्क्रीनशॉट फर्जी है। योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। न ही आजतक ने ये खबर प्रसारित की है। #FactCheck #AFWAFactCheck #AajTak #YogiAdityanath”

आज तक के इस स्पष्टीकरण के बाद ये साफ हो गया कि ये ग्राफिकल फोटो फेक है। हमें यहां एक और लीड मिली जो बताती है कि यह घटना हाथरस कांड से संबंधित है, जहां एक दलित युवती का गैंगरेप हुआ था, जिसके बाद काफी विवाद हुआ था। हमने आज तक के ट्वीटर पर इस ग्राफिकल फोटो के बारे में कुछ और सर्च किया। जिसके बाद हमें वह ओरिजिनल ब्रेकिंग वीडियो मिला, जिसके एक फ्रेम को फेक ग्राफिकल फोटो में एडिट किया गया था।

 

 

 

 

 

आज तक के इस ब्रेकिंग वीडियो के मुताबिक हाथरस केस में लापरवाही बरतने पर सीएम योगी ने कार्रवाई की और डीएम-एसपी को सस्पेंड कर दिया। यानी ये खबर ठाकुरों के गर्म खून से नहीं बल्कि डीएम-एसपी को सस्पेंड करने की थी, जिसे एडिट करके वायरल किया गया।

निष्कर्ष:

हमारी पड़ताल में सामने आया कि ये ब्रेकिंग प्लेट एडिटेड थी, जिसका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है। सीएम योगी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया था।

दावा- ठाकुरों का खून गर्म है, ठाकुरों से गलतियां हो जाती हैं- योगी

दावाकर्ता- सोशल मीडिया

निष्कर्ष- फेक और भ्रामक