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फैक्ट चेकः क्या देवबंद ने मुसलमानों को बीजेपी के खिलाफ वोट देने का फतवा दिया?

उत्तर प्रदेश के चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। मतदान और मतगणना की तारीखों का ऐलान हो गया है। सभी पार्टियां सोशल मीडिया को अपने चुनाव प्रचार का हथियार बना रही है। चुनाव आयोग का भी निर्देश है कि 15 जनवरी तक वर्चुअल प्रचार किया जाए। वहीं सोशल मीडिया पर कई भ्रामक पोस्ट वायरल हो रहे हैं।

एक ग्राफिकल पोस्टर वायरल कर दावा किया जा रहा है कि दारुल उलूम देवबंद ने मुसलमानों से भाजपा को हराने की अपील की है। इस पोस्टर में एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी है तो दूसरी तरफ मौलाना सा दिखने वाले शख्स की तस्वीर लगाई गई है। इसके कैप्शन में लिखा है- भाजपा को हराना जरूरी है, मुसलमान मोदी के खिलाफ वोट करे।

Rahul’s post

फैक्ट चेकः

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले सोशल मीडिया पर सर्च किया। हमें न्यूज-18 का एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में न्यूज बुलेटिन के एक हिस्से को शेयर करते हुए इस बात की खबर प्रसारित की जा रही थी कि दारूल उलूम देवबंद ने कैराना के उप-चुनाव में बीजेपी के खिलाफ वोट देने का फतवा जारी किया है।

इस खबर की सत्यता की और ज्यादा पुष्टि के लिए हमने गूगल पर सर्च किया। सर्च करने पर हमें एनडीटीवी हिन्दी का एक न्यूज लिंक मिला। 26 मई 2018 को प्रकाशित इस खबर के मुताबिक दारूल उलूम देवबंद कैराना उप-चुनाव में बीजेपी के खिलाफ वोट देने का फतवा जारी करने की खबर का खंडन किया है। दारुल उलूम का साफ कहना है कि वह किसी भी सियासी पार्टी के मामलों में दखल नहीं देता है।

NDTV India’s post

निष्कर्ष:
वायरल हो रहे इस ग्राफिकल पोस्टर के सत्यता की जांच करने पर ये सामने आया कि यह पूरी तरह से फर्जी है, इसका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है। क्योंकि देवबंद दारुल उलूम ने बीजेपी के खिलाफ वोट देने का कोई भी फतवा या बयान जारी नहीं किया।
दावा- दारुल उलूम देवबंद ने दिया बीजेपी के खिलाफ वोट देने का फतवा
दावाकर्ता- सोशल मीडिया यूजर्स
फैक्ट चेक- फेक और भ्रामक

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