सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म्स पर एक टूटे हुए मंदिर की फोटो तेजी से वायरल हो रही है। फोटो में दिख रहा है कि मंदिर टूटी-बिखरी अवस्था में है तथा उस पर बुलडोजर चलता हुआ दिख रहा है। इस फोटो को शेयर करने वाले दावा कर रहे हैं कि मंदिर टूटने की यह तस्वीर उत्तर प्रदेश के बनारस शहर की है।
https://twitter.com/Babanoormohamm1/status/1471038679216963584?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1471038679216963584%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.vishvasnews.com%2Fviral%2Ffact-check-6-year-old-picture-of-jaipur-temple-went-viral-in-the-name-of-kashi%2F
ट्विटर पर यूजर बाबा नूर मोहम्मद ने इस फोटो शेयर करते हुए लिखा- “काशी में मंदिर तोड़ता औरंगज़ेब। काश के मोदी जी देश के प्रधानमंत्री होते और योगी जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री फ़िर हिंदूओं के धर्म स्थल की तरफ़ कोई आँख उठा कर भी देख नहीं सकता था।”
फैक्ट चेकः
गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें न्यूज चैनल ‘आज तक’ का 14 जून 2015 का एक वेबलिंक मिला, जो इस घटना को कवर किया था। आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर सिटी में मेट्रो रेल सेवा के विस्तार के लिए रोजगारेश्वर महादेव के मंदिर को तोड़ने की कोशिश की गई थी। हालांकि स्थानीय लोगों के जबरदस्त विरोध के बाद मंदिर को पुनर्स्थापित किया गया था। इस समाचार को कई अन्य न्यूज वेबसाइटों द्वारा भी रिपोर्ट किया गया था।
फैक्ट चेक से साबित होता है कि वायरल हो रही फोटो काशी की नहीं बल्कि जयपुर की है। इसलिए सोशल मीडिया के यूजर्स द्वारा किया जा रहा दावा झूठा, फेक और भ्रामक है।