सोशल मीडिया पर एक तस्वीर बड़े पैमाने पर वायरल हो रही है। जिसमे एक पुलिसकर्मी को एक शख्स को बालों से पकड़ कर खींचते हुए देखा जा सकता है। तस्वीर के साथ दावा किया गया कि ये तस्वीर मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल की है। जिसमे बालों से खींच कर संतों का अपमान किया गया।
यूजर ने ट्वीट किया कि Up के मित्रों हमारे संतो का बाल पकड़ कर खिंचवाने वाला कोई जेहादी नही था,,,वो अखिलेश यादव के अब्बा जान थे तो जब 3 महीने बाद वोट माँगने आए तो याद रखना..!! @yadavakhilesh @samajwadiparty @samajwadiparty @SamajwadiParty_ @SamajwadiPartyM
फेक्ट चेक
इस तस्वीर की पड़ताल करने पर हमने पाया कि ये तस्वीर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के कार्यकाल की न होकर गुजरात की है। उस समय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्य मंत्री थे।
तस्वीर के बारे में अधिक पड़ताल करने पर पता चला कि ये तस्वीर 27 नवंबर, 2009 को आसाराम बापू के आश्रम और उनके “शिष्यों” पर गुजरात पुलिस के दौरान की है। जिसका उल्लेख हमे Ashram.org नाम की वेबसाइट पर मिला। जहां इस कार्रवाई को गुजरात पुलिस के हमले के रूप में बताया गया। इसके अलावा आजतक के यूट्यूब चैनल पर 30 नवंबर, 2009 को प्रकाशित एक वीडियो रिपोर्ट में भी इसी तरह के दृश्य दिखाई दे रहे।
अत: तस्वीर को भ्रामक और झूठे दावे के साथ शेयर किया गया है।