27 सितंबर, 2021 को कांग्रेस दिल्ली के उपाध्यक्ष ने जारी किसानों के विरोध का एक वीडियो पोस्ट किया। वीडियो में, एक रिपोर्टर को उन प्रदर्शनकारियों से बात करते देखा जा सकता है जो एक बार फिर उन ती कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए जमा हुए हैं, इन कानूनों के बारे में किसानों का मानना है कि यह उनके लिए हानिकारक होगा।
जब से यह गतिरोध शुरू हुआ है, कुछ मीडिया संस्थानों आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाकर आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की है। इसी क्रम में ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ और वर्तमान में अकेले ट्विटर पर इसे 1,45,000 से अधिक बार देखा जा चुका है।
इस वीडियो में रिपोर्टर को एक महिला से यूपी चुनाव के बारे में सवाल करते देखा जा सकता है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आलोचना करने वाली महिला को लेकर रिपोर्टर ने दावा किया कि सोनिया गांधी ने हाल ही में इसके बारे में कुछ ट्वीट किया था।
हालांकि वीडियो में दिख रही महिला ने तुरंत इशारा किया कि सोनिया गांधी का ट्विटर अकाउंट नहीं है और यह तब हुआ जब रिपोर्टर को पता चला कि वह सोनिया गांधी के फर्जी ट्विटर अकाउंट के फर्जी ट्वीट का बचाव करने के लिए प्रदर्शनकारियों को फंसाने की कोशिश में पकड़ा गया था।
रिपोर्टर ज़ी न्यूज़ से जुडा है क्योंकि वह जिस माइक को वह अपने हाथ में लिए हुए हैवह उसी तरह का है जैसा ज़ी न्यूज़ के एंकरों का है। हमने सोनिया गांधी के अकाउंट के बारे में महिला द्वारा किए गए दावे की जांच की और पाया कि सोनिया गांधी के कई फर्जी अकाउंट मौजूद हैं।
हो सकता है कि या तो रिपोर्टर को इस बात की जानकारी थी कि सोनिया गांधी का ट्विटर अकाउंट नहीं है और वह भीड़ से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश कर रहे था, या तो वह इस बात से पूरी तरह अनजान थे कि यह फर्जी है। दोनों ही मामलों में, इस रिपोर्टर के कार्यों से उसकी नासमझी एंव कुंठा साफ झलक रही थी।