13 सितंबर,2021 को, ट्विटर पर कई यूजर्स ने एक वीडियो को पोस्ट करना शुरू किया। इस वीडियो में दावा किया गया कि भारी मात्रा में शराब को नीले बैरल में भरी जा रही है। यूजर्स ने दावा किया कि यह हाल ही में हुई किसान महापंचायत की असली हकीकत है। ऐसा लगता है कि लोग शराब मांगने के लिए लाइन लगा रहे हैं, जो किसान आंदोलन की एक बुरा चेहरा दिखा रहा है।
फैक्ट चेक:
सोशल मीडिया पर किए गए इस दावे की हमने पड़ताल शुरू की, रिसर्च करने पर, हमें स्वतंत्र पत्रकार संदीप सिंह का वीडियो मिला, जिसमें विस्तार से बताया गया कि वीडियो किसान आंदोलन का नहीं बल्कि लुधियाना पंजाब के कौनके कलां गांव का है, जहां हर साल बाबा रोडू शाह को शराब दी जाती है और फिर उसे भक्तों में बांटा जाता है।
इलिये किसान आंदोलन में शराब बांटे जाने का जो दावा किया जा रहा है, वह भ्राम एंव झूठा है।