फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पिछले 24 घंटों से तालिबान का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में तालिबानी हमलावरों को एक परिसर में दिखाया गया है, जहां उन्हें शराब की कई बोतलें मिली हैं। सोशल मीडिया के यूजर्स ने दावा किया है कि यह छापेमारी अफगानिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी के घर पर की गई है। इस्लाम धर्म के अनुसार, शराब पीना, बेचना या रखना वर्जित है, इस्लाम में इसे हराम करार दिया गया है। इसलिए यह वीडियो इस्लाम के मानने वाले लोगों के लिए किसी झटके से कम नहीं है।
वहीं इस खबर को कई सारे दूसरे यूजर्स ने भी शेयर किया है और उनका भी दावा है कि यह शराब का जखीरा सलाहुद्दीन रब्बानी के घर से बरामद हुआ है।
फैक्ट चेकः
वायरल हो रहे इस वीडियो की जांच में सामने आया है कि यह वीडियो फेक है और इसके साथ किया जा रहा दावा भी गलत है। क्योंकि जैसे ही वीडियो वायरल होना शुरू हुआ, कई पत्रकारों ने इस दावे की तुरंत फैक्ट फाइंडिंग की। जिसमें सामने आया है कि यह वीडियो काबुल में चेक गणराज्य के दूतावास का है, न कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी के घर का है। चेक पत्रकार ओन्ड्रेज सौकुप सहित कई पत्रकारों ने वीडियो की जांच की और कहा कि यह चेक दूतावास का है।
इसलिए सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा झूठा और गलत है।