10 सितंबर,2021 को, एएनआई के पत्रकार नवीन कपूर ने सोशल मीडिया पर दावा करते हुए पोस्ट किया अफगानिस्तान में सुलह के लिए डॉक्टर अब्दुल्ला अब्दुल्ला की गिरफ्तारी की घोषणा की गई थी। डॉ. अब्दुल्ला की टीम को 2020-2021 में तालिबान के साथ शांति वार्ता का नेतृत्व करना था। ट्वीट में उन्होंने दावा किया कि अब्दुल्ला अब्दुल्लाह को कुछ मिनट पहले गिरफ्तार किया गया और किसी अज्ञात स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। कुछ ही मिनटों में यह एएनआई के पत्रकार का ट्वीट वायरल होने लगा।
तथ्यों की जांच:
चूंकि यह ट्वीट इतनी तेज़ी से वायरल हो रहा था, इसलिए डॉक्टर अब्दुल्ला को खुद इसका खंडन करना पड़ा। उन्होंने इस दावे को खारिज करते हुए इसे फर्जी बताया।
डॉ अब्दुल्ला का खंडन
कई अन्य लोगों ने इस ट्वीट द्वारा प्रदर्शित व्यावसायिकता की कमी की ओर इशारा किया। यह पहली बार नहीं हुआ है जब मीडिया ने अफगानिस्तान की स्थिति के बारे में झूठी खबरें फैलाईं
तालिबानों के ट्वीट
पत्रकार अहमद क़ैशी का ट्वीट
नवीन कपूर ने बाद में चुपके से अपने ट्वीट को हटा दिया, लेकिन अपने द्वारा किए गए फर्जी दावे के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं ली है।