Hindu teacher in Bangladesh

फैक्ट चेकः बांग्लादेश में हिन्दू शिक्षक को जूते-चप्पल की माला पहनाए जाने का भ्रामक दावा किया गया

Fact Check hi Featured Misleading

बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हमले बढ़े हैं। दीपू चंद्र दास और अमृत मंडल की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या भी कर दी गई। इस बीच सोशल मीडिया पर कई भ्रामक सूचनाएं भी शेयर की जा रही हैं। एक वीडियो के साथ दावा किया गया है कि हिन्दू शिक्षक के सेवानिवृत्त होने पर जूते-चप्पल की माला पहनाकर विदाई दी गई।

इस वीडियो को शेयर करते हुए Mr. Tiwari नामक यूजर ने लिखा, ‘बंग्लादेश में सेवानिवत्त के उपरांत एक हिन्दू शिक्षक का कथित तौर पर विदाई इस तरह किया जा रहा है ! यदि अपने देश भारत में भी शांति प्रिय कौम 50% से ज्यादा हो गये तो, यहां हमारे देश में भी… आपको यह सब देखने को मिले तो हैरानी नहीं होनी चाहिए..’

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इस वीडियो को शेयर करते हुए Manoj Srivastava नामक यूजर ने लिखा, ‘*बंग्लादेश* *सेवानिवृत्त हिन्दू शिक्षक की विदाई* *अगर आप भारत में ये सब नही देखना चाहते* *तो हमे एक बार फिर कुरुक्षेत्र में आना होगा* *अफसोस* *आज दिल्ली में राम है और यूपी में श्याम* *लेकिन हनुमान और पांडव कहाँ है* *क्या आप बता सकते है*’

फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया है। यह हिन्दू शिक्षक नहीं, बल्कि चिकित्साधिकारी डॉ. अहमद अली हैं, जिनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में जूते-चप्पल की माला पहनाकर पिटाई की गई थी। यह घटना हाल-फिलहाल की नहीं है, बल्कि जून महीने में घटित हुई थी।

इस वीडियो को शेयर करते हुए बांग्लादेश से निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन ने बंगाली भाषा में कैप्शन लिखा, जिसका हिन्दी अनुवाद है, ‘राजबाड़ी जिले के बलियाकांडी उपजिला में डॉ. अहमद अली को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने हमेशा लोगों की सेवा की है। वह एक बुद्धिमान, आज़ाद ख्यालों वाले इंसान हैं। कितने ही धार्मिक कट्टरपंथी उन्हें बहुत ज़्यादा परेशान कर रहे हैं, उनका आरोप है कि डॉ. अहमद अली ने उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाई है। कट्टरपंथियों के खिलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए। डॉ. अहमद अली को सुरक्षा दी जानी चाहिए, उन्हें इज्ज़त से जीने देना चाहिए।’

इसके अलावा हमें इस घटना के संदर्भ में बांग्लादेश की कालेर कांथो, ढाका टाइम्स 24 और बीडी न्यूज-24 सहित मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। इन मीडिया रिपोर्ट्स में भी पीड़ित का नाम डॉ. अहमद अली बताया गया है। इन रिपोर्ट्स में बताया गया है, ‘राजबारी के बलियाकांडी में पैगंबर मुहम्मद (PBUH) का अपमान करने के आरोप में भीड़ द्वारा पीटे जाने के बाद स्थानीय लोगों ने एक डॉक्टर को जूतों की माला पहनाकर बाजार में घुमाया। यह घटना रविवार (15 जून) को उपज़िला के नबाबपुर यूनियन के बेरूली बाज़ार में घटी। आरोपी का नाम अहमद अली है। वह नवाबपुर यूनियन हेल्थ कॉम्प्लेक्स में डॉक्टर के रूप में काम करता है।’

निष्कर्षः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि जिस शख्स को जूते-चप्पल की माला पहनाई गई थी, उसका नाम डॉ. अहमद अली है और यह घटना जून महीने की है। इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।