सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर दावा किया जा रहा है कि मुख्तारगंज से सपा विधायक सलीम हैदर ने बीच सड़क पर एक पुलिसकर्मी को पीटा।
एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘ये हैं मुख्तारगंज से सपा विधायक सलीम हैदर, साथ में रामगोपाल यादव, कैसे बीच सड़क पर पुलिसकर्मी को थप्पड़ मार रहे हैं, यदि सपा सरकार आ गयी तो क्या हाल होगा? एक वर्दीधारी पुलिस पर इस तरह सरेआम हाथ उठाना, मार-पीट करना कहां तक न्यायसंगत है? पुलिस व प्रशासन की मानहानि कर चुके हैं, योगी सरकार इस पर तुरंत संज्ञान ले, आरोपियों को जेल भेजकर त्वरित कार्यवाही करें और जनता का भरोसा कायम करें।’
इसी तरह के दावे कई और यूजर्स ने भी किए, उन्होंने इस वीडियो को बार-बार शेयर किया।
फैक्ट चेक
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटें, लेकिन इन 403 सीटों में मुख्तारगंज नामी एक भी सीट नहीं है। इसके साथ ही एक और अहम बात, सपा के जितने भी विधायक हैं, उनमें सलीम हैदर नामी एक भी विधायक नहीं है। वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है। वीडियो में दिख रहा ये शख्स आशीष शुक्ला का है। हमें इस बाबत भास्कर की एक रिपोर्ट भी मिली।
थोड़ी और छान-बीन करने पर हमें हमें टीवी-9 में प्रकाशित एक समाचार का लिंक भी मिला, जिससे पता चला कि यह घटना यूपी की राजधानी लखनऊ की है, जहां पर एक दरोगा विनोद कुमार की गाड़ी की टक्कर सड़क पर मौजूद दूसरी गाड़ी से हो गई। इसके बाद आरोपी आशीष शुक्ला ने दरोगा विनोद कुमार को थप्पड़ मारा और मारपीट कर उनकी वर्दी भी फाड़ दी। मामले की जानकारी प्राप्त होते ही पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँचकर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना का मुख्य आरोपी आशीष शुक्ला नाम का एक व्यक्ति बताया गया है।
निष्कर्ष: आशीष शुक्ला द्वारा की गई मारपीट को सपा नेता द्वारा की गई मार पीट बताकर वायरल करना, एक मानसिकता विशेष का ऐजेंडा है, उसने एक ऐजेंडे के तहत इस वीडियो को वायरल किया है, ताकि लोगों में समाजवादी फोबिया बैठाया जा सके।