PM Modi and Nepal

फैक्ट चेकः सिक्किम में PM मोदी के लिए स्वागत मार्च करते लिम्बू जनजाति का वीडियो नेपाल का बताकर वायरल

Fact Check Featured Misleading

नेपाल में जारी सियासी बवाल को लेकर सोशल मीडिया पर कई फेक और भ्रामक सूचनाएं भी शेयर की जा रही है। कई पुरानी वीडियो को हालिया घटनाक्रम से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। कुछ यूजर्स ने एक मार्च का वीडियो शेयर कर दावा किया है कि नेपाल के लोग सरकार गिरने के बाद बैनर-पोस्टर के साथ पीएम मोदी के स्वागत के लिए मार्च निकाल रहे हैं।

इस वीडियो को काजल कुशवाहा नामक यूजर ने नेपाल का बताते हुए शेयर किया है।

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इंस्टाग्राम पर sumanta.chatterjee.5891 नामक यूजर ने इस वीडियो को बंगाली भाषा में कैप्शन के साथ शेयर किया है, जिसका हिन्दी अनुवाद है, ‘कम्युनिस्ट सरकार के पतन के बाद नेपाल की सड़कों पर अभूतपूर्व जुलूस…’

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फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि यह नेपाल का नहीं, बल्कि भारत के सिक्किम राज्य का वीडियो है। हमारी टीम ने वीडियो में दिख रहे पोस्टर को गौर से देखा। पोस्टर में लिखा है’ ‘सिक्किमी लिम्बू जनजाति भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का सिक्किम राज्य में हार्दिक स्वागत करती है।’ पोस्टर में सबसे नीचे निवेदनकर्ता के तौर पर ‘Sukhim Yakthung Sapsok Songchumbho’ लिखा है।

हमारी टीम ने जांच को आगे बढ़ाते हुए Sukhim Yakthung Sapsok Songchumbho को सर्च किया। हमें इसी नाम से एक फेसबुक पेज मिला। इस पेज पर 30 मई 2025 को एक वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें उसी पोस्टर को देखा जा सकता है। इस वीडियो के साथ जानकारी दी गई है, ‘हम, सिक्किमी लिंबू जनजाति, सुखिम याकथुंग सपसोक सोंगचुंभो के बैनर तले, भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का 29 मई 2025 को सिक्किम के राज्यत्व की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में उनकी निर्धारित सिक्किम यात्रा पर गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए उत्सुक थे। दुर्भाग्य से, प्रतिकूल मौसम और कम दृश्यता के कारण, माननीय प्रधानमंत्री सिक्किम नहीं पहुँच सके। हालाँकि, उन्होंने बागडोगरा से सिक्किम के लोगों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर, हम माननीय प्रधानमंत्री के सिक्किम और उसके लोगों के प्रति उनके दयालु शब्दों और हार्दिक शुभकामनाओं के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं।’

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निष्कर्षः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर शेयर किया गया वीडियो नेपाल का नहीं है। यह वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिक्किम दौरे पर 30 मई को लिम्बू जनजाति द्वारा स्वागत मार्च निकालने का है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।