राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपनी स्थापना के 100 साल पूरे करने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में इसका जिक्र किया था। इस बीच सोशल मीडिया पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का एक बयान शेयर किया जा रहा है, जिसमें वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ करते हुए उन्हें भविष्य का नेता बता रहे हैं। कई यूजर्स ने भागवत के बयान का इंफोग्राफिक शेयर किया है, जिसमें टेक्स्ट लिखा है, ‘राहुल गांधी भविष्य के नेता है, उनको ज्यादा मजाक में लेना महंगा पड़ेगा। उनके परिवार का इतिहास बताता है राहुल जी को हल्के में लेना सही नहीं होगा।’
इस इंफोग्राफिक को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, ‘#कांग्रेस पार्टी के #लीडर और #निडर के लिए अच्छी खबर #आदरणीय #श्री मोहन #भागवत जी तक मान रहे हैं कि #राहुल गांधी भविष्य के नेता हैं। राहुल जी को #हल्के में लेना #सही नहीं होगा।’

इसके अलावा एक अन्य यूजर ने भी इंफोग्राफिक शेयर करते हुए लिखा, ‘वक्त है बदलाव का, राहुल गाँधी पर मोहन भागवत को सुन लो अंधभक्तों..!!’

फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने जांच में पाया कि मोहन भागवत ने राहुल गांधी पर ऐसा कोई बयान नहीं दिया। सोशल मीडिया पर उनका फेक बयान शेयर किया गया है। हमारी टीम ने गूगल पर भागवत के बयान के संदर्भ में कुछ कीवर्ड्स सर्च किया, लेकिन हमें ऐसी कोई न्यूज मुख्यधारा की मीडिया द्वारा प्रकाशित नहीं है। इसके बाद हमारी टीम ने आरएसएस के फेसबुक और एक्स अकाउंट्स को भी देखा, यहां भी हमें भागवत का ऐसा कोई बयान नहीं मिला।
हमारी टीम ने जांच के दौरान भागवत के बयान वाले वायरल इंफोग्राफिक को गौर से देखने पर पाया कि इस पर वायरल इन इंडिया डॉट नेट (ViralinIndia.net) का लोगो लगा है। जिसके बाद हमारी टीम ने ViralinIndia.net के एक्स हैंडल को देखा। हमने पाया कि यहां वर्ष 2019 से कोई पोस्ट नहीं किया गया है।

आगे की जांच करने पर हमें ViralinIndia.net नाम से बने 3 फेसबुक पेज भी मिले, हालांकि इनमें से दो पेज वर्ष 2024 से एक्टिव नहीं है, वहीं तीसरा पेज वर्ष 2018 से एक्टिव नहीं है। इन तीनों को पेज को क्रमशः एक, दो, तीन पर देखा जा सकता है। इसके बाद जांच को आगे बढ़ाते हुए हमारी टीम ने ViralinIndia.net के बारे में गूगल पर कुछ कीवर्ड्स सर्च किया। हमें न्यूजलॉन्ड्री की 9 फरवरी 2019 की प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया है कि कथित तौर पर कांग्रेस नेताओं और आईटी सेल के करीबी अभिषेक मिश्रा को अपने ट्विटर अकाउंट और अपनी वेबसाइट ViralinIndia.net के माध्यम से फेक न्यूज फैलाने के आरोप नवंबर 2016 में उसे हिरासत में लिया गया था। इसके बाद मिश्रा को फिर से जनवरी 2019 में दिल्ली पुलिस ने धार्मिक भावनाओं के भड़काने के आरोप में भोपाल से गिरफ्तार किया था।

निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर मोहन भागवत के बयान का वायरल इंफोग्राफिक फेक है। भागवत ने राहुल गांधी को भविष्य का नेता बताते हुए कोई बयान नहीं दिया है। इसलिए यूजर्स का दावा गलत है।

