सोशल मीडिया पर बहराइच के वजीरगंज में बुलडोजर से अवैध निर्माण तोड़े जाने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। यूजर्स इस वीडियो को बहराइच हिंसा और रामगोपाल मिश्रा के हत्या आरोपियों पर की गई बुलडोजर कार्रवाई का बताकर शेयर कर रहे हैं।
दीपक शर्मा नामक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, “गोपाल की हत्या करने वालों आखें फाड़ के देख लो…. ये बाबा का न्याय है बहराइच का वजीरगंज बना…. गाज़ा जिस गली से पत्थर निकलेगा उस गली में बुलडोज़र घूमेगा. गोपाल को जिन्होंने मारा था उनके घरों को जमीदोज़ कर दिया गया है”
वहीं इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा भी ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया गया है। जिसे यहां, यहां, यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने पाया कि बहराइच के वजीरगंज में की गई बुलडोजर कार्रवाई का हिंसा और रामगोपाल मिश्रा के हत्या आरोपियों से कोई संबंध नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह वीडियो सितंबर महीने में अवैध कब्जे पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद की गई कार्रवाई का है।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि वजीरगंज में न्यायालय के आदेश पर 23 मकान और दुकान पर जिला प्रशासन का बुलडोजर चला। वजीरगंज में खलिहान की जमीन पर अवैध कब्जा कर लोगों ने घर और दुकानें बना रखी थीं। इसकी जानकारी होने पर सभी को कब्जा हटाने की नोटिस जारी की गई थी। बावजूद इसके किसी ने कब्जा नहीं हटाया। जिसके बाद प्रशासन ने यह कार्रवाई की थी।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि बहराइच में हाईकोर्ट के आदेश के बाद की गई बुलडोजर कार्रवाई का वीडियो सितंबर का है। इस बुलडोजर कार्रवाई का बहराइच हिंसा और रामगोपाल मिश्रा के हत्या आरोपियों से कोई संबंध नहीं है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।