सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में अखिलेश एक गेट को फांदकर जाते दिखाई दे रहे हैं। यूजर्स वीडियो शेयर कर दावा कर रहे हैं कि नवाब सिंह रेप केस के बारे में सवाल पूछे जाने पर अखिलेश यादव मीडिया से बचते हुए गेट फांदकर भाग रहे हैं।
एक यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा, “वीडियो देखें, अखिलेश यादव जी के करीबी सपा नेता नवाब सिंह यादव पर रेप का आरोप लगा,आज DNA से पुष्टि भी हो चुकी है। लेकिन सपा प्रमुख मीडिया से डर कर गेट पर चढ़ गए और भाग निकले। मीडिया से भाग गये जनता से कब तक भागोगे?”
इसके अलावा कई अन्य यूजर्स ने भी वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा किया, जिसे यहां, यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेक:
DFRAC टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए संबंधित कीवर्ड सर्च किये। हमें इस वीडियो से संबंधित कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें livehindustan, jansatta और abplive की रिपोर्ट्स शामिल हैं।
Abplive की 11 अक्टूबर 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि जय प्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर बुधवार (11 अक्टूबर) को लखनऊ में जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) पर जोरदार हंगामा हुआ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ माल्यार्पण करने के लिए जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर पहुंचे, लेकिन इसके पहले ही एलडीए ने जेपीएनआईसी के मेन गेट पर ताला जड़ दिया। ताला बंद होने के कारण अखिलेश यादव जेपीएनआईसी का गेट फांदकर अंदर गए। अंदर जाकर अखिलेश ने जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
इसके अलावा jansatta की 11 अक्टूबर 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट्स में भी बताया गया है कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर सपा मुखिया अखिलेश यादव को आज 11 अक्टूबर को उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने जाना था, मगर अखिलेश को लखनऊ के जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर नहीं जाने दिया गया। जिससे नाराज सपा कार्यकर्ता धरने पर बैठ गये। बाद में अखिलेश गेट फांदकर अंदर दाखिल हुए और माल्यार्पण किया, दरअसल एलडीए ने एक दिन पहले ही गेट पर ताला लगा दिया था।
जबकि livehindustan की रिपोर्ट में भी यही तथ्य दोहराये गये हैं।
निष्कर्ष:
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि अखिलेश यादव का यह वीडियो जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर 11 अक्टूबर 2023 का है। जहां एलडीए द्वारा जेपीएनआईसी का गेट बंद कर दिए जाने के बाद अखिलेश जेपीएनआईसी का गेट फांदकर जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। इसलिये यूजर्स का दावा भ्रामक है।