सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में राहुल गांधी बयान देते हैं, “देश का एक्सरे कर देंगे, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। माइनोरिटीज को पता चल जाएगा कि इस देश में उनकी भागीदारी कितनी है। इसके बाद हम फाइनेंशियल और इंटस्टिट्यूशनल सर्वे करेंगे। यह पता लगाएंगे हिंदुस्तान का धन किसके हाथों में है, किस वर्ग के हाथों में है। और इस ऐतिहासिक कदम के बाद हम क्रांतिकारी काम शुरू करेंगे”
इस वीडियो को शेयर करते हुए साप्ताहिक पत्रिका Panchjanya ने लिखा- “हम देश का X-Ray कर देंगे ! दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।अल्पसंख्यकों को पता चल जाएगा कि इस देश में उनकी भागीदारी कितनी है। इसके बाद हम फाइनेंसियल और इंटस्टिट्यूशनल सर्वे करेंगे। ये पता लगाएंगे हिंदुस्तान का धन किसके हाथों में है। इस ऐतिहासिक कदम के बाद हम क्रांतिकारी काम शुरू करेंगे: राहुल गांधी”
वहीं इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा भी शेयर किया गया है। जिसे यहां, यहां, यहां और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने पाया कि राहुल गांधी का एडिट करके अधूरा बयान शेयर किया गया है। राहुल गांधी अपने ओरिजिनल बयान में OBC, SC, ST, EWS और अल्पसंख्यकों का जिक्र करते हैं। राहुल का यह बयान हैदराबाद में कांग्रेस के मेनिफेस्टो लॉन्च रैली का है। इस वीडियो को राहुल गांधी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 6 अप्रैल 2024 को लाइव किया गया था। इस वीडियो में राहुल गांधी के बयान को 31:55 मिनट से 33:10 मिनट के ड्यूरेशन में सुना जा सकता है।
राहुल गांधी अपने बयान में कहते हैं- “देश का एक्सरे कर देंगे, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। पिछड़े वर्ग को, दलितों को, आदिवासियों को, गरीब जनरल कास्ट के लोगों को और माइनोरिटीज को पता लग जाएगा कि इस देश में उनकी भागीदारी कितनी है। इसके बाद हम फाइनेंशियल और इंटस्टिट्यूशनल सर्वे करेंगे। यह पता लगाएंगे हिंदुस्तान का धन किसके हाथों में है, किस वर्ग के हाथों में है। और इस ऐतिहासिक कदम के बाद हम क्रांतिकारी काम शुरू करेंगे। जो आपका हक बनता है, वो हम आपके लिए आपको देने का काम करेंगे।”
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर राहुल गांधी का एडिटेड बयान शेयर किया गया है। ओरिजिनल वीडियो में राहुल गांधी ने पिछड़ा वर्ग, दलित, आदिवासी, गरीब जनरल कास्ट और अल्पसंख्यकों का जिक्र किया है। जिसमें से एडिट करके पिछड़ा वर्ग, दलित, आदिवासी और गरीब जनरल कास्ट वाला हिस्सा हटा दिया गया है और सिर्फ अल्पसंख्यक वाला हिस्सा ही रखा गया है। इसलिए यूजर्स का दावा भ्रामक है।