सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक नाबालिग लड़की की कुछ लोगों द्वारा डंडे से पिटाई की जा रही है। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स का दावा है कि यूपी में बिना अनुमति के मंदिर से पानी पीने पर दलित समाज की 8 वर्षीय बच्ची की ठाकुरों द्वारा पिटाई की गई।
इस वीडियो के शेयर करते हुए विक्की आजाद नामक यूजर ने लिखा- “योगी के राज में लड़कियों की पूजा की जा रही है | बिना अनुमति के मंदिर से पानी पीने पर दलित समाज की 8 वर्षीय लड़की को ठाकुरों द्वारा पीटा जा रहा है और प्रताड़ित किया गया! पता नहीं इस देश से यह भेद भाव कब खत्म होगा।”
वहीं इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स द्वारा भी ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया गया है, जिसे यहां, यहां, यहां, यहां, और यहां क्लिक करके देखा जा सकता है।
फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें इस वीडियो के सदंर्भ में 29 दिसंबर 2021 की ‘एनडीटीवी‘ और ‘टाइम्स नाऊ नवभारत‘ सहित कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। जिसके अनुसार यह घटना अमेठी के रायपुर फुलवारी गांव की है। गांव निवासी सूरज सोनी के दो मोबाइल फोन चोरी हो गए थे। सूरज ने आरोपी नाबालिग लड़की को पकड़कर पुलिस को देने की उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी सूरज सोनी और अन्य लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया था।
सोर्स-एनडीटीवी और टाइम्स नाऊ नवभारत
वहीं इस संदर्भ में @amethipolice ने भी ट्वीट कर इस घटना को पुराना और भ्रामक बताया है। पुलिस ट्वीट किया- “संदर्भित वायरल वीडियो वर्ष 2021 का है, जिसके संबंध में थाना अमेठी पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर मारपीट की घटना में शामिल तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। कृपया भ्रामक खबर न फैलाएं।”
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है। इस घटना में मंदिर से पानी पीने पर दलित लड़की की पिटाई किए जाने का कोई मामला नहीं है और ना ही इस घटना में जातिवाद का कोई एंगल है।