सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ मुस्लिम दान पेटियों से नोटों को कई बोरियों में भर रहे हैं। इस वीडियो को शेयर करने वाले यूजर्स दावा कर रहे हैं कि शिरडी साईं मंदिर को मिले चंदे को मुस्लिम समुदाय के लोग बोरियों में भरकर ले जा रहे हैं।
इस वीडियो को शेयर करते हुए @HinduRastra005 नामक यूजर ने लिखा- “शिरडी साईं की झोली में डाली गई हिन्दुओं की कमाई कहां जा रही है खुद ही देख लो! इसको इतना वायरल करो कि देश के एक एक हिंदू तक पहुंचे जो कि आंखे होते हुए भी अंधे बने हैं ?”
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वहीं इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स भी शेयर कर ऐसा ही दावा कर रहे हैं।
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फैक्ट चेकः
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो का फैक्ट चेक करने के लिए इसे कई की-फ्रेम्स में कन्वर्ट कर रिवर्स सर्च किया। हमें वीडियो के संदर्भ में एक फेकबुक पोस्ट मिली। किशोरगंज व्यूज नामक फेसबुक पेज 6 मई 2023 को पोस्ट में वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। इस वीडियो के साथ बंगाली भाषा में लिखे कैप्शन का हिन्दी अनुवाद है- “किशोरगंज की ऐतिहासिक पगला मस्जिद की आठ दान पेटियां चार महीने बाद खुली हैं। दान पेटियों में रिकॉर्ड 5 करोड़ 59 लाख 7 हजार 689 टका, विदेशी मुद्रा और सोने के गहने भी मिले हैं। एक हीरे की नाक मिली है। लगभग 13 घंटे में 200 लोग इस पैसे को गिने हैं। दान पेटियां शनिवार (6 मई) सुबह 8 बजे खुली हैं।”
Source- কিশোরগঞ্জ ভিউস
वहीं वीडियो के संदर्भ में हमें बांग्लादेश की न्यूज वेबसाइट ‘kaler kantho’ की एक रिपोर्ट मिली, जिसके अनुसार मस्जिद को 5.5 करोड़ चंदा मिला है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 118 दिनों के बाद किशोरगंज की पगला मस्जिद का संदूक खोला गया, जिसमें आठ दान पेटियां और 19 बोरी नकदी मिली, जिनकी कुल कीमत आश्चर्यजनक रूप से 55.9 मिलियन टका थी। इस राशि ने मस्जिद के लिए धन जुटाने के पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
Source- kaler kantho
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि वायरल हो रहा दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो शिरडी साईं मंदिर का नहीं बल्कि, बांग्लादेश के किशोरगंज की एक मस्जिद को मिले चंदे का है।