सोशल मीडिया पर अखबार की एक न्यूज कटिंग वायरल हो रही है। इस न्यूज का शीर्षक है- “हिन्दुओं से नफरत करती हैं सोनिया”। इस अखबार में यह दावा पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की किताब “द कोलेशन इयर्स-1996-2012” के हवाले से किया जा रहा है।
इस न्यूज कटिंग में तमिलनाडु की एक घटना का जिक्र करते हुए यह लिखा गया है साल 2004 में दिवाली के दिन शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती को गिरफ्तार किया गया था। यह गिरफ्तारी सोनिया गांधी के इशारे पर हुई थी। इस घटना के बारे में यह भी सवाल उठाया गया है कि क्या राज्य मशीनरी ईद उत्सव के दौरान किसी मुस्लिम मौलवी को गिरफ्तार करने की हिम्मत करेगी?
इस अखबार की कटिंग को कई यूजर्स ने शेयर किया है। जिसमें ऋषि राजपूत (@Rishi_Bharatiya), BJP4India (@Sawaisi24615684) सहित कई शामिल हैं।
फैक्ट चेकः
वायरल न्यूज कटिंग की DFRAC की टीम ने जांच की। हमारी टीम ने प्रणब मुखर्जी की किताब “द कोलेशन इयर्स-1996-2012” को देखा। इस किताब में पेज संख्या 209 पर इस घटना के बारे में लिखा गया है।
किताब में अंग्रेजी में लिखे प्रसंग का यहां हिन्दी में अनुवाद किया जा रहा है- “12 नवंबर 2004 को कांची के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती की गिरफ्तारी से संबंधित प्रकरण से अधिक मेरे गुस्से का उदाहरण कुछ भी नहीं है। यह वह समय था जब पूरा देश दिवाली मना रहा था। कैबिनेट बैठक के दौरान, मैं गिरफ्तारी के समय की बेहद आलोचना कर रहा था और सवाल किया कि क्या भारतीय राज्य की धर्मनिरपेक्षता के बुनियादी सिद्धांत केवल हिंदू साधु-संतों तक ही सीमित हैं? क्या राज्य मशीनरी ईद उत्सव के दौरान किसी मुस्लिम मौलवी को गिरफ्तार करने की हिम्मत करेगी? प्रधानमंत्री के तत्कालीन विशेष सलाहकार एम.के. नारायणन भी मुझसे सहमत थे। मैंने तुरंत शंकराचार्य को जमानत पर रिहा करने के निर्देश जारी कर दिये।”
वहीं इसके संदर्भ में हमें बीबीसी की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में प्रणब मुखर्जी के ऑफिस और उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी का इंटरव्यू प्रकाशित किया गया है। इस इंटरव्यू में शर्मिष्ठा बताती हैं कि- “ये पूरी तरह से झूठ है और ऐसी खबरें दुष्प्रचार से ज्यादा कुछ नहीं है।” वहीं प्रणब मुखर्जी के ऑफिस ने भी बताया कि किताब में कहीं भी नहीं लिखा गया है कि सोनिया गांधी हिन्दुओं से नफरत करती हैं।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि वायरल हो रहा दावा गलत है। प्रणब मुखर्जी ने अपनी किताब “द कोलेशन इयर्स-1996-2012” कहीं भी सोनिया गांधी को हिन्दुओं से नफरत करने के संदर्भ में नहीं लिखा है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा फेक है।