भारत के चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि प्रज्ञान रोवर के टायरों ने चंद्रमा की सतह पर इसरो के लोगो और भारतीय राष्ट्रीय प्रतीक के निशान छोड़ दिए हैं। सोशल मीडिया यूजर्स इस तस्वीर को अब इंटरनेट पर जमकर शेयर कर रहे हैं।
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ नामक एक पत्रकार ने ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा: ‘’चंद्रमा की सतह पर आज से स्थायी रूप से छवि अंकित हो गई है क्योंकि रोवर के टायरों पर यह छाप है, चूंकि चंद्रमा पर कोई हवा नहीं है इसलिए ये निशान हमेशा के लिए रहेंगे’’
कल्याण बसु नाम के एक अन्य यूजर ने भी इस तस्वीर को ट्विटर पर इस कैप्शन के साथ शेयर किया: “भारतीय ध्वज का प्रतीक और इसरो का लोगो रोवर द्वारा चंद्रमा की मिट्टी पर अंकित किया गया है।”
इसके बाद, कई अन्य यूजर ने भी इस तस्वीर को शेयर किया है और इस तरह के ही मिलते-जुलते दावे किये है।
फैक्ट चेक:
उपरोक्त वायरल तस्वीर के साथ किये गए दावों की पुष्टि करने के लिए, Dfrac टीम ने इस तस्वीर की बारीकी से जांच की। इस दौरान टीम को तस्वीर के बाईं ओर नीचे की ओर एक नाम (कृष्णाशु गर्ग) लिखा हुआ मिला।
इसके बाद टीम ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस नाम की विभिन्न प्रोफाइल को देखा। ऐसे में हमें कृष्णाशु गर्ग नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड की गई वायरल तस्वीरें मिली।
उन्होंने इस तस्वीर को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया और स्पष्ट किया कि वायरल तस्वीर उनकी डिजिटल कलाकृति है जो एडोब फोटोशॉप का उपयोग करके बनाई गई है। इसके अलावा उन्होंने आगे अनुरोध करते हुए कहा, “कृपया इस संबंध में फर्जी खबरें फैलाना बंद करें।”
वहीं नए अपडेट के अनुसार, प्रज्ञान रोवर के पहियों पर इसरो का लोगो और राष्ट्रीय प्रतीक उकेरा गया है। जब ये रोवर आगे बढ़ेगा, तो यह चंद्रमा की सतह पर इसरो के लोगो और राष्ट्रीय प्रतीक की छाप छोड़ेगा। हालांकि, इसरो की ओर से अभी तक इस बारे में कोई जानकारी जारी नहीं की गई है।
निष्कर्ष
DFRAC के फैक्ट-चेक से साबित होता है कि वायरल तस्वीर भ्रामक है। क्योंकि प्रज्ञान रोवर द्वारा इसरो का लोगो और राष्ट्रीय प्रतीक की छाप छोड़ने वाली वायरल तस्वीर सिर्फ एक डिजिटल कलाकृति है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स के दावे भी गलत है।