सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें हिजाब पहनी एक लड़की चीख-चीख कर लोगों से कह रही है कि उसे जहां मर्जी हो वहां हिजाब पहनने का अधिकार है।
सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि श्रीनगर के ‘विश्व भारती गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल रैनवाड़ी’ लड़कियों को हिजाब नहीं पहनने दे रहा है।
अल कायदा के फंड रेज़र हामिद-अल-अली ने भी इस वीडियो को अरबी में शेयर करते हुए लिखा कि “भारत – अधिकृत कश्मीर में हिंदू अधिकारियों ने “विश्व भारती” स्कूल की छात्राओं को हिजाब हटाने के लिए कहा क्योंकि हिजाब पहनने से रोकने के लिए एक निर्णय जारी किया गया था ”
ट्विटर पर फिरदौस कादरी नाम के एक यूजर ने वीडियो को एक थ्रेड के साथ पोस्ट किया, जिसमें बताया गया है कि कैसे श्रीनगर के स्कूल हिजाब पहनी मुस्लिम लड़कियों को स्कूल में प्रवेश नहीं दे रहे हैं।
वहीं नफरत भरी पोस्टों के लिए प्रसिद्ध प्रोफेसर अशोक स्वैन ने भी अल्पसंख्यकों को अधिकार नहीं देने के लिए भारत में हिंदुओं को निशाना बनाते हुए वही वीडियो शेयर किया।
फैक्ट चेक
दावे को सत्यापित करने के लिए DFRAC टीम ने कुछ की-वर्ड्स सर्च किये। इस दौरान हमें ‘विश्व भारती गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल रेनवारी श्रीनगर’ द्वारा ड्रेस कोड के सबंध में एक सर्कुलर मिला।
सर्कुलर में स्कूल ने ऐसे सभी दावों का खंडन किया है और लिखा है कि स्कूल प्रबंधन हमेशा समाज के विभिन्न वर्गों की भावनाओं का सम्मान करता है।
निष्कर्ष:
स्कूल के अधिकारियों के स्पष्टीकरण से, यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया यूजर का दावा भ्रामक है। क्योंकि श्रीनगर स्कूल में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।