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रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिलने का एक साल पुराना वीडियो वायरल, जानें क्या है सच्चाई?

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि ट्रेन, रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर से टकरा गई मगर कोई हादसा नहीं हुआ। फिर लोको पायलट ने ट्रेन रोक दिया और सिलेंडर को ट्रैक से हटाया गया। यूज़र्स इस वीडियो को शेयर कर अलग अलग ढंग से संप्रदायिक दावे कर रहे हैं। 

सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्वनी उपाध्याय ने वीडियो ट्वीट कर लिखा, “महाभारत शुरू हो चुका है और इस धर्मयुद्ध में जो धर्म के साथ नहीं हैं या न्यूट्रल दिखने की कोशिश कर रहे हैं वे वास्तव में अधर्म का सहयोग कर रहे हैं।”

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अन्य यूज़र्स भी वीडियो शेयर कर ऐसा ही दावा कर रहे हैं। 

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फ़ेसबुक पर भी कई यूज़र्स ने भी यही ऐसा ही दावा किया है।  

फ़ैक्ट-चेक:

वायरल वीडियो की हक़ीक़त जानने के लिए DFRAC टीम ने पहले वीडियो को कुछ की-फ्रेम में कन्वर्ट किया। फिर उन्हें गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं।

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Etv Bharat की रिपोर्ट की रिपोर्ट में बताया गया है- रेलवे सुरक्षा बल काठगोदाम के मुताबिक, यह वीडियो 5 जुलाई 2022 का है। लालकुआं हल्द्वानी रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से घरेलू गैस सिलेंडर टकरा गया था। वीडियो में बताया जा रहा है कि घरेलू गैस सिलेंडर को एक व्यक्ति ने ट्रैक पर फेंक दिया था।

न्यूज़ के अनुसार इस मामले में आरपीएफ के जवानों ने काठगोदाम आरपीएफ थाने में गंगाराम निवासी पीलीभीत को दबोचा था। साथ ही उसके खिलाफ धारा 174/153 रेल अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की गई थी। गंगाराम 3 महीने तक जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर है। 

निष्कर्ष: 

वायरल वीडियो एक साल पुराना है। रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर फेंकने के मामले में गंगाराम को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसमें कहीं कोई कम्यूनल एंगल नहीं है, इसलिए अश्वनी उपाध्याय समेत सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा भ्रामक है।

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