ट्विटर पर प्रदीप भंडारी नाम के एक वेरीफाइड यूजर हैं। इनके बायो में दी गई जानकारी के मुताबिक वह इंडिया न्यूज चैनल के न्यूज डायरेक्टर हैं और जन की बात के चीफ एडिटर हैं। इसके अलावा वह कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।
भंडारी ने मुगल बादशाह औरंगजेब और अहिल्या बाई होल्कर को लेकर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट में एक मुहावरे का प्रयोग करते हुए उन्होंने दावा किया कि अहिल्या बाई होल्कर ने औरंगजेब को लोहे के चने चबवा दिए थे।
भंडारी ने लिखा- “मैं जहां से आता हूँ वो नगरी माँ अहिल्याबाई होल्कर जी की इंदौर नगरी है। औरंगज़ेब को लोहे के चने चबवाने वाली माँ अहिल्या का आशीर्वाद आज वाराणसी में प्राप्त किया। 🙏🏽 #Kashi”
फैक्ट चेकः
प्रदीप भंडारी द्वारा किए गए दावे का फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने सबसे पहले औरंगजेब के बारे में जानकारी इकट्ठा की। हमने औरंगजेब के संदर्भ में गूगल पर सिंपल सर्च किया। हमें औरंगजेब का विकिपीडिया पेज मिला, जिसके मुताबिक उनका जन्म 31 जुलाई 1658 में हुआ था और मृत्यू 3 मार्च 1707 में हुई थी।
इसके बाद हमारी टीम ने अहिल्या बाई होल्कर के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए गूगल पर सर्च किया। अहिल्या बाई के विकिपीडिया पेज के मुताबिक उनका जन्म 31 मई 1725 को हुआ था और मृत्यू 13 अगस्त 1795 को हुई थी।
विकिपीडिया पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक औरंगजेब की मृत्यू अहिल्याबाई के जन्म से 18 साल पहले हो गई थी। वहीं इन दोनों के बीच किसी प्रकार के संघर्ष और टकराव का कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं मिलता है। वहीं www.youthkiawaaz.com की एक रिपोर्ट के मुताबिक अहिल्या बाई होल्कर ने अपने बुद्धिमता और विवेक से अपने राज्य पर मंडरा रहे पेशवा के आक्रमण के खतरे को टाल दिया था। इसके अलावा उन्होंने राजपूतों के विद्रोह का भी दमन किया था।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि औरंगजेब की मृत्यू अहिल्याबाई के जन्म से 18 वर्ष हो चुकी थी। इन दोनों के बीच किसी प्रकार के संघर्ष का कोई इतिहास नहीं है। इसलिए प्रदीप भंडारी का दावा गलत है।