सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस द्वारा कुछ लड़कों की पिटाई करके उनसे राष्ट्रगान गवाया जा रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर करके दावा कर रहे हैं कि राजस्थान के कुछ मुस्लिम लड़के कश्मीर घूमने गए। वहां उन्होंने पाकिस्तान जिंदाबाद और भारत को हिन्दू राष्ट्र नहीं बनने देंगे के नारे लगाए, जिसके बाद भारतीय सेना के जवानों ने इन युवकों की जमकर पिटाई की और उनसे राष्ट्रगान गवाया।
एक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- “राजस्थान के कई मुस्लिम लड़के काश्मीर में जोर-शोर से “पाकिस्तान जिन्दाबाद” और भारत को हिन्दू राष्ट्र नहीं बनने देंगे के नारे लगाने लगे। नारे लगाने वाले देशद्रोहियों को भारतीय सैनिकों ने ऐसा ठोका कि उनकी आवाज जैसे बन्द ही हो गई हो। जय हिंद”
वहीं इस वीडियो को ऐसे ही दावों के साथ कई अन्य यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं।
Source: Twitter
फैक्ट चेकः
वायरल वीडियो का फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने सबसे पहले वीडियो को कुछ फ्रेम्स में कन्वर्ट किया। इसके बाद फ्रेम्स को रिवर्स सर्च किया। हमें ‘बीबीसी न्यूज हिन्दी’ के यूट्यूब चैनल पर 25 फरवरी 2021 को अपलोड एक वीडियो मिला। इस रिपोर्ट की शीर्षक- “Delhi Violence में जिन लोगों को पीटते हुए राष्ट्रगान गवाया गया, उनका अब क्या हाल?” दिया गया है।
इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि- “पिछले साल फ़रवरी महीने में देश की राजधानी दिल्ली में दंगे हुए थे. इन्हें दंगों में उत्तर पूर्वी दिल्ली से एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में कुछ घायल लोग सड़क पर पड़े थे, जिन्हें जबरन पीटते हुए राष्ट्रगान और वन्दे मातरम् गवाया जा रहा था. घायलों मे से एक युवक फ़ैजान की मौत हो गई थी. देखिए अब एक साल बाद उनके परिवार का क्या हाल है और बाकी पीड़ित अब क्या कहते हैं?”
वहीं हमें इस वीडियो के संदर्भ में ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना दिल्ली में हुई थी।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल वीडियो कश्मीर में राजस्थानी मुस्लिम युवकों द्वारा पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के बाद सेना द्वारा की गई पिटाई का नहीं, बल्कि दिल्ली दंगों के दौरान का है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा गलत है।