सोशल मीडिया पर 5 सेकेंड का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि पीएम मोदी और कैमरे के बीच जो कोई भी आएगा, उसे हटा दिया जाएगा, चाहे वह कोई भी हो।
इस वीडियो को शेयर करते हुए बीआरएस के मीडिया संयोजक और तेलंगाना राज्य अक्षय ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष YSR ने लिखा- “आप किसी राज्य के मुखिया हैं तो कोई बात नहीं। यदि आप उसके फ्रेम में आते हैं तो आपको पीछे धकेल दिया जाएगा”
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इस वीडियो को कई अन्य वेरीफाइड यूजर्स और नेताओं ने पोस्ट किया है। कांग्रेस के मुंबई अध्यक्ष भाई जगताप ने लिखा- “मैं कैमरे और मेरे बीच किसी को नहीं चाहता.. चलो चलते हैं !! #प्रधानमंत्री_फालतू_लोग_हटाओ_योजना के नए लाभार्थी”
वहीं NationalForum (@RashtraManch) नामक एक वेरीफाइड यूजर ने लिखा- “कैमरा और मेरे बिच कोई नहीं आएगा 😉 चल हट! #फालतू_लोग_हटाओ_योजना”
इसके अलावा कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं।
फैक्ट चेकः
वायरल वीडियो का फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने वीडियो के कुछ फ्रेम्स को रिवर्स सर्च किया। हमें यूट्यूब पर अपलोड एक वीडियो मिला। इस वीडियो को Narendra Modi के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 11 दिसबंर 2022 को अपलोड किया गया था। 6 मिनट 25 सेकेंड के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के सीएम शिंदे साथ में खड़े रहते हैं। इन दोनों नेताओं के अलावा वीडियो में डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत कई नेताओं को भी देखा जा सकता है।
वीडियो के 4 मिनट 30 सेकेंड पर वायरल हिस्से को देखा जा सकता है। वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि पीएम मोदी द्वारा शिंदे को हटाया नहीं गया है।
वहीं एक अन्य ट्विटर यूजर ने भी इस वीडियो को पोस्ट किया है।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि पीएम मोदी द्वारा सीएम शिंदे को कैमरे के सामने से हटाया नहीं गया है। सोशल मीडिया यूजर्स आधे-अधूरे वीडियो को शेयर कर रहे हैं, इसलिए उनका दावा गलत है।