27 वर्षीय श्रद्धा वॉकर की उसके पार्टनर आफताब पूनावाला द्वारा की गई क्रूर हत्या ने पूरे देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया। तक़रीबन हर दिन हमें ऐसी जघन्य घटनाएं सुनते को मिलती हैं, जो देश में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति के बारे में गंभीर चिंता पैदा करती है। हालांकि श्रद्धा मर्डर केस को हत्यारे के धर्म के कारण एक नया मोड़ दे दिया गया और इस घटना के बाद “लव जिहाद” सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक अत्यधिक चर्चा का विषय बन गया है।
ऐसे आपराधिक घटनाओं को ‘लव जिहाद’ से जोड़कर पेश करने लोग एक ख़ास समुदाय को टारगेट कर रहे हैं, पिछले कुछ वर्षों में ऐसी प्रवृत्ति में काफ़ी वृद्धि भी हुई है। ऐसी घटनाएं जिन्हें भ्रामक रूप से लव-जिहाद कहा जाता है। इसके आलावा इंटरनेट पर कई ऐसे पोस्ट सामने आ रहे हैं, जिसमें एक ख़ास समुदाय को निशाना बनाने के लिए आपराधिक घटनाओं से जोड़कर पेश किया जा रहा है। यहां तक कि कई वेरिफाईड सोशल मीडिया यूज़र्स भी इन आपराधिक घटनाओं का उपयोग नफ़रती, भड़काऊ और हिंदू-मुस्लिम के बीच विवाद को बढ़ाने के लिए नैरेटिव को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल करते हैं।
यहां 10 ऐसी घटनाओं की सूची दी जा रही है, जो सांप्रदायिक रंग देकर वायरल की गई
दावा 1: एक व्यक्ति ने एक रिसॉर्ट में अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी।
यह पोस्ट सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ वायरल किया गया कि इस मुस्लिम व्यक्ति ने अपनी बाल प्रेमिका की हत्या कर दी और पूरी घटना को झुठलाते हुए यह वीडियो बनाया। सोशल मीडिया यूजर्स वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर कर रहे हैं- “जबलपुर मेखला रिसोर्ट में युवती का गला रेतने वाले जिहादी युवक का VDO हो रहा वायरल, युवती का गला रेतकर बोला बेवफाई नही करने का। ये सबक हैं उन हिन्दु युवतियों के लिए जो जिहादीयों की मीठी बातों में आकर अपने समाज से दुर चलीं जाती हैं। सावधान रहें सजग रहें।”
फैक्ट चेक:
वीडियो को कई फ्रेम्स में अलग-अलग कर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली। जिसमें में इस बात का जिक्र किया गया है कि आरोपी का नाम हेमंत भदड़े है। पीड़िता और आरोपी दोनों हिंदू समुदाय से हैं। दोनों में से कोई भी मुसलमान नहीं है। इसलिए आरोपी को मुस्लिम बताकर शेयर करने वाला दावा गलत है।
दावा 2: एक महिला को सूटकेस में मृत और नग्न पाया गया था।
सोशल मीडिया यूजर्स एक साथ दो वीडियो शेयर कर रहे हैं। जिसमें से एक वीडियो में एक लड़की को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि, “उसे परवाह नहीं है, लोग उसके एक मुस्लिम लड़के के साथ रिश्ते के बारे में क्या कहते हैं। दूसरे वीडियो में सूटकेस के अंदर एक महिला की मृत शरीर को दाखा जा सकता है।
वीडियो को शेयर करते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “लव जिहाद का एक और केस मेरा अब्दुल ऐसा नहीं है बोलने वाली सेक्युलर फैमनिस्ट बड़े घर की बिगड़ी हुई हिंदू लड़कियां और इस मामले में उनको सपोर्ट करने वाले उनके मां-बाप यह वीडियो देख लें, पहले वीडियो और बाद में सूटकेस ** तुम इसी लायक हो.!”
https://twitter.com/yogeshDharmSena/status/1582925230934093824 | https://twitter.com/JigsTweet02/status/1594953709423054848 |
फैक्ट चेक:
वीडियो को रिवर्स इमेज सर्च करने पर DFRAC की टीम ने पाया कि गुरुग्राम में प्रियंका नाम की महिला सूटकेस में नग्न पाई गई थी, जिसकी हत्या उसके पति राहुल ने की थी। इस घटना में कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं है।
दावा 3: लड़की की प्रेमी ने हत्याकर लाश सूटकेस में भर दिया
सोशल मीडिया यूजर्स ने इस फोटो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया कि “बेटी थी अंदर मर गई। क्या हुआ था बेटी को? वही जानलेवा बीमारी “मेरा अब्दुल अलग है! #stopelovejihad”
एक दूसरे यूजर ने लिखा, “बड़े शर्म की बात है कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में ऐसा हो रहा है। लव जिहाद को लेके सरकार को कोई सख्त कानून लाना चाहिए।
फैक्ट चेक:
वीडियो का फैक्ट चेक करने पर सामने आया कि यह घटना हरिद्वार जिले के पिरान कलियर में हुई है। मृतक प्रेमिका और उसका प्रेमी दोनों मुस्लिम थे और दोनों दूर के रिश्तेदार भी थे। आरोपी प्रेमी की पहचान गुलशेर हुसैन के रूप में हुई है, वहीं मृतका का नाम रामशा पुत्री राशिद है।
दावा 4: सूटकेस में एक और मृत लड़की मिली
एंकर आंचल यादव ने सूटकेस में एक मृत्य लड़की की फोटो को शेयर करते हुए लिखा, “पुलिस कितने आफताब पकड़ेगी हर जिले से, कि हर दिन #आफताब निकल रहा है। रोज कभी सूटकेस तो कभी फ्रिज से बहनों का शव निकल रहा है। अरे जाग जाओ अब बहुत हुआ, तुम्हें मीटाने के लिए हर गली में #अब्दुल घूम रहा है। लोकेशन- मथुरा यमुना एक्सप्रेस #AftabAminPoonawala #MeraAbdulAisaNahiHai ”
फैक्ट चेक:
DFRAC की फैक्ट चेक में सामने आया कि मृतका का नाम आयुषी यादव है, जिसे उनके माता-पिता ने मार डाला था। इस मामले पर हमें मथुरा पुलिस की वेरिफाईड अकाउंट पर एक वीडियो मिला, जिसका शीर्षक था, “लाल ट्राली बैग में अज्ञात बालिका की जघन्य हत्याकाण्ड (आनर किलिंग) का सफल अनावरण करते हुये बालिका के माता पिता को मय आलाकत्ल व घटना मे प्रयुक्त कार सहित गिरफ्तार करने के सम्बन्ध में अपर पुलिस अधीक्षक नगर,मथुरा द्वारा दी गयी बाइट।
दावा 5: मुस्लिम से शादी करने के बाद हिंदू लड़की के साथ किया बुरा व्यवहार
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में कैप्शन था- “मुसलमान लड़कों के प्यार में पागल हिंदू लड़कियों की दुर्दशा, यहीं पर नहीं!! UK अमेरिका जैसे स्टेट में भी हिन्दू छोरियां अपनी मूर्खता का फल भुगत रही हैं।”
फैक्ट चेक:
इसी वीडियो को 6 जुलाई, 2021 को REBORN द्वारा पोस्ट किया गया था। जिसमें में यह उल्लेख किया गया है कि, क्रास्नोडार में एक युवा ने महिला को पीटा और अपमानित किया, जो यूक्रेन में लड़के के साथ भागना चाहती थी। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, उसने सिर्फ बेरोजगार पिता और भाइयों को रखा था। और फिर वे पूछते हैं कि हर कोई उनसे नफरत क्यों करता है। ये घटना पुरानी है और भारत की नहीं है और लड़की को उसके ही रिश्तेदारों ने पीटा था।
दावा 6: मुसलमानों ने हिंदू लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की
@Nageswa01823085 नामक यूजर ने एक वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन दिया- “#TamilNadu के महिला कॉलेज से वायरल वीडियो, जहां मुस्लिम लड़के हिंदू लड़कियों के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं, यहां तक कि एक लड़की के पिता पर भी हमला कर रहे हैं, जो अपनी बेटी को लेने आए थे।”
फैक्ट चेक:
DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की सच्चाई का विश्लेषण करने के लिए रिवर्स इमेज सर्च किया तो पाया कि The Hindu ने इस खबर को कवर किया है। जिसे शीर्षक- “तमिलनाडु महिला कॉलेज में हंगामे का वायरल वीडियो सांप्रदायिक रुप के साथ शेयर” दिया गया है।
दावा 7: हिंदू लड़कियों को छेड़ने वाले मुसलमानों को हिंदुओं ने पीटा
सोशल मीडिया यूजर ने कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “जाग गए हिंदू, हिंदू लड़कियों से छेड़छाड़ करने वाले मुस्लिमों को हिंदुओं ने मस्जिद के अंदर घुसकर और दौड़ा दौड़ा के पीटा। #जय जय श्री राम, हिंदू एकता जिंदाबाद।”
फैक्ट चेक:
तस्वीर एक घटना की है जहां हिंदुओं की एक भीड़ ने नमाजियों को बुरी तरह से पीटा था, जब वे नमाज़ पढ़ रहे थे, इस घटना में हिन्दू लड़कियों के साथ छेड़छानी का कोई मामला नहीं था। इस घटना के बाद गुरुग्राम के पुलिस ने कई लोगों पर मस्जिद को हटाने और अंदर घुसकर मौजूद लोगों पर हमला करने का मामला भी दर्ज किया है।
दावा 8: गाजियाबाद में मुस्लिमों ने एक हिंदू महिला का अपहरण किया और उसके साथ बलात्कार किया
VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने दावा किया कि, ‘गाजियाबाद में शाहरुख, जावेद, औरंगजेब, जहीर व दीनू इत्यादि #IslamicSexGang द्वारा युवती से दो दिन गैंगरेप के बाद प्राइवेट पार्ट में रॉड घुसाकर बोरे भरकर फेंकने की वीभत्स घटना ने निर्भया केस की याद ताजा कर दी है। @Uppolice has arrested 5 jihadists but lot more is required… ‘
फैक्ट चेक:
इस घटना का फैक्ट चेक करने पर सामने ने आया ने गाजियाबाद पुलिस ने इस घटना का खुलासा किया है। कहानी खुद पीड़ित महिला द्वारा रची गई थी। ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। गाजियाबाद पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था।
दावा 9: शादी के बाद लव जिहाद में फंसी हिंदू पत्नी को पीट रहा मुस्लिम शख्स
सोशल मीडिया यूजर्स ने एक वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन दिया, “लव जिहाद में फंसी हुई लड़की कैसे रोज जूते खाती है, खुद के बच्चे के जन्मदिन पर दीपक जलाने की बात पर.. क्योंकि दीप प्रज्जवलित करना इस्लाम में हराम है, इसलिए अब्दुल का दिमाग दीप देखकर खराब हो गया.. सेकुलर हिन्दू ल़डकियों देखें इनकी असली सच्चाई.. ”
फैक्ट चेक:
वीडियो में दिख रहे शख्स की पहचान मोहम्मद मुश्ताक के रूप में किया गया है और महिला आयशा बानू भी मुस्लिम है। इसमें कोई सांप्रदायिक ऐंगल शामिल नहीं है।
दावा 10: लव जिहाद में हिंदू लड़की की हत्या करने जा रहा था मुस्लिम युवक
वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा- “यह एक जिहादी है जो अपने जिहाद के लिए लड़की को प्रेम जाल में फंसाया और उसे नशे की दवा खाने-पीने की समाग्री आदि में मिलाकर लड़की को यहाँ मारने आया था। अब कितना समझाये।”
फैक्ट चेक:
यह घटना 3 साल पुरानी है। इसे प्रभात खबर ने कवर किया था। रिपोर्ट के मुताबिक जिस युवक को मुस्लिम बताया जा रहा है, उसका नाम अरविंद कुमार है। इस घटना में कोई सांप्रदायिक ऐंगल नहीं है।
निष्कर्ष:
ऊपर की सभी घटनाएं जघन्य अपराध हैं। इस तरह की घटनाएं देश में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति के बारे में गंभीर चिंता पैदा करती हैं, लेकिन इसके साथ ही इन मुद्दों से जुड़े झूठे और भ्रामक दावों में भारी वृद्धि हुई है और इसका इस्तेमाल सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। इन सभी भ्रामक रिपोर्टों से पता चलता है कि अपराधों के साथ न्याय करने के बजाय, उन्हें सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है।