सोशल मीडिया पर ऐसे कई अकाउंट हैं जो समानता या न्याय जैसे बड़े उद्देश्य के लिए काम करने का दावा करते हैं। लेकिन वे किसी भी घटना को इस तरह से प्रस्तुत करते हैं जिससे लोगों के बीच मे नकारात्मकता बढ़ती है। @turkistantuzbah ऐसा ही एक अकाउंट है। उसके बायो में लिखा है कि वह मुस्लिम अल्पसंख्यकों के मुद्दों के भलाई के लिए कार्य करते हैं।
इस अकाउंट ने एक वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया, “في الهند ما زالت مأساة المسلمين مستمرة.. وما زال يسري عليهم قانون الشوارع.. فكل يوم يخرج الهندوس للبحث عن مسلمين ليفرغوا فيهم حقدهم بعدما تيقنوا أن حكومة مودي المتطرفة تريد ذلك… كما في المقطع، قاموا بنزع الحجاب من رؤوس هذه الفتيات المسلمات فقط لأنهن مسلمات.”
“भारत में मुसलमानों पर त्रासदी जारी है.. कानून अभी भी उन पर लागू होता है.. हर दिन, हिंदू अपनी नफरत फैलाने के लिए मुसलमानों की तलाश करने के लिए बाहर जाते हैं, जब उन्हें एहसास हुआ कि मोदी की चरमपंथी सरकार यही चाहती है .. जैसा कि क्लिप में है , उन्होंने इन मुस्लिम लड़कियों के सिर से पर्दा हटा दिया, सिर्फ इसलिए कि वे मुस्लिम हैं।” – हिन्दी अनुवाद
यह ट्वीट अब तक 2.5K से ज्यादा रीट्वीट और 4.1K लाइक्स के साथ वायरल हो चुका है।
इसके अलावा, इस ट्वीट को उद्धृत करते हुए, एक अन्य सोशल मीडिया यूजर, @lolelsaher4 ने लिखा, “و يبقى السؤال أين مائتي مليون مسلم هندي مما يحدث لاخواتهم في #الهند واين دول الخليج التي قرابة ثلث سكانها من الهنود مما يحدث #طرد_العمالة_الهندوسية #عدي_التميمي”
“सवाल बना रहता है: भारत में अपनी बहनों के साथ जो हो रहा है, उससे दो सौ मिलियन भारतीय मुसलमान कहां हैं, और खाड़ी देश कहां हैं, जिनकी आबादी लगभग एक तिहाई भारतीयों की है, क्या हो रहा है?”- हिन्दी अनुवाद
फैक्टचेक:
वीडियो की जांच में DFRAC ने पाया कि यह वीडियो पांच साल पुराना है। यह वीडियो हाल के दिनों में तरह-तरह के भ्रामक कैप्शन के साथ वायरल हो रहा है। जिसका फैक्ट चेक टीम पहले भी कर चुकी है।
यही वीडियो यूट्यूब पर पांच साल पहले ‘Kota Teja naidu‘ के नाम के एक चैनल ने अपलोड किया था। वीडियो के विवरण में यह उल्लेख किया गया था कि, “यह तेलुगु भाषी राज्य में कहीं हुआ था, ज्यादातर तेलंगाना में जहां दो महिलाओं को सुपर मार्केट में सामान चुराते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था।”
निष्कर्ष:
वीडियो में, हिजाब पहने महिलाओं को खरीदारी करते समय चोरी करते हुए पकड़ा गया, जिसमें कोई सांप्रदायिक एंगल शामिल नहीं था। इसलिए इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के दावे झूठे और निंदनीय हैं।
Claim Review: मुस्लिम होने की वजह से इन मुस्लिम लड़कियों के सिर से हिजाब हटा दिया गया। Claimed By: @turkistantuzbah, @ lolelsaher4 और अन्य सोशल मीडिया यूसर्स Fact Check: फ़ेक |