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फ़ैक्ट चेक: क्यों हो रही है स्वस्तिक चिन्ह और “We want Khalistan” की तस्वीर वायरल?

सोशल मीडिया साइट्स पर कुछ यूज़र्स केजरीवाल, दिल्ली और पंजाब के संदर्भ में एक तस्वीर शेयर कर रहे हैं, जिसमें स्वस्तिक चिन्ह और ख़ालिस्तान (Khalistan) से जुड़ी सामग्री है।

एक फ़ेसबुक यूज़र ने 30 अप्रैल की शाम 09:32 बजे कैप्शन “Kejriwal’s Model, The Model Of Destruction !!!” (केजरीवाल का मॉडल, विनाश का मॉडल) के साथ एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें “KEJRIWAL’DELHI MODEL, DELHI RIOTS, CUTTING REPLACED IN PUNJAB, PUNJAB VIOLAENCE”(केजरीवाल का दिल्ली मॉडल, दिल्ली दंगे, कटिंग पंजाब में रिप्लेस, पंजाब हिंसा) लिखा हुआ नज़र आ रहा है। साथ ही तस्वीर के ऊपरी हिस्से में कुछ लोग स्वस्तिक चिन्ह का पोस्टर लिये हुये नज़र आ रहे हैं जिसपर “F**K HINDUTBA” लिख कर आपत्तीजनक भाषा का प्रयोग किया गया है, जबकि नीचे वाले हिस्से में कुछ सिख नज़र आ रहे हैं, जिनमें से एक व्यक्ति ने एक पैम्फलेट उठाया हुआ है, जिस पर लिखा है कि हमें ख़ालिस्तान चाहिए।

Post on Khalistan
Facebook Post Screenshot

इसी तरह सोनाली परवीन नामक फ़ेसबुक यूज़र ने एक मई की सुबह 06:31 बजे बिना कैप्शन के साथ वही तस्वीर शेयर की है।

फ़ैक्ट चेक:

इंटरनेट पर सर्च करने पर हम ने पाया कि स्वस्तिक चिन्ह वाली तस्वीर हिन्दू पोस्ट पर 17 दिसम्बर 2020 को, सुर्ख़ी “F**K HINDUTBA” और विकृत स्वस्तिक चिन्ह वाला प्लेकार्ड धार्मिक अपमान नहीं है: अभिनव चंद्रचूड़” के साथ एक न्यूज़ प्रकाशित की गयी है जिसमें बताया गया कि सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान बैंगलोर में कुछ क्षात्रों नें एक बैनर उठा रखा है जिसमें स्वस्तिक चिन्ह को नाज़ीवाद के चिन्ह की तरह पेश किया गया है, हालांकि दोनों में काफ़ी फ़र्क़ है।

वहीं ख़ालिस्तान की मांग वाले पैम्फलेट उठाए हुए कुछ सिखों की तस्वीर का इस्तेमाल पाकिस्तान की एक्सप्रेस न्यूज़ वेबसाइट पर पर्काशित एक आर्टिकल में 29 अप्रैल 2018 को किया गया था। अब्दुल क़ादिर क़ासिम के नाम से प्रकाशित इस आर्टिकल का शीर्षक “ख़ालिस्तान से परहेज़ क्यों?” है, जिसमें कहा गया है कि कश्मीर के साथ हमें (पाकिस्तान को) ख़ालिस्तान की आज़ादी की बात भी उठानी चाहिए।

ज्ञातव्य हो कि यह तस्वीर इंटरनेट पर 2013 से मौजूद है।

निष्कर्ष:

फ़ैक्ट चेक से साबित होता है कि दो अलग अलग तस्वीरों को ग़लत संदर्भ में भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। दोनों तस्वीरें पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से पहले की हैं।

दावा: केजरीवाल का दिल्ली मॉडल, दंगे और स्वस्तिक चिन्ह का अपमान – केजरीवाल का पंजाब मॉडल, सिख ख़ालिस्तान की मांग कर रहे हैं।

दावाकर्ता: सोशल मीडिया यूज़र्स

फ़ैक्ट चेक: फ़ेक और भ्रामक

 

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