हिंदू कैलेंडर के अनुसार 2 अप्रैल को नए साल की शुरुआत माना जाता है। कई हिंदू परिवार विशेष रूप से महाराष्ट्रवासी इस दिन एक उत्सव के रूप में मनाते हैं। इस मौके पर सांप्रदायिक दंगे होने का दावा करने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इंडिया थॉट ने 4 मिनट के वीडियो को 2 अप्रैल को पोस्ट किया और दावा किया कि हिंदू नव वर्ष की रैली पर एक विशेष समुदाय ने हमला किया। भीड़ ने रैली को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी।
https://youtu.be/yCrHoDnk3oY
फैक्ट चेक:
वीडियो से लिए गए स्नैपशॉट की रिवर्स इमेज सर्च करने के बाद, हमने पाया कि वीडियो 2016 में फगवाड़ा में हुई सांप्रदायिक झड़प के बाद पहली बार सामने आया था।
TV84 द्वारा किए गए न्यूज कवरेज को देखने के बाद हमने एक वायरल वीडियो की क्लिपिंग देखी। हमने इस घटना से जुड़ी TV84 द्वारा की न्यूज़ कवरेज भी देखी। जिसमे बताया गया कि ये सांप्रदायिक झड़प शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा पंजाब के फगवाड़ा में मस्जिद पर हमला किया था।
हिंदुस्तान टाइम्स ने शिवसेना कार्यकर्ताओं और मुस्लिम पुरुषों के बीच लड़ाई की खबर को भी कवर किया, जिन्हें क्षेत्र के सिखों ने भी समर्थन दिया था।
अत: वायरल वीडियो भ्रामक है। क्योंकि वीडियो फगवाड़ा में हुए सांप्रदायिक संघर्ष के समय का है न कि हिंदुओं के नए साल का।
निष्कर्ष: ये दावा भ्रामक है।
Claim review: हिंदू नए वर्ष के मौके पर हुए फगवाड़ा में हुए सांप्रदायिक दंगे
Claim by: इंडिया थॉट
Fact check: भ्रामक