mudassir ahmed sheikh

फैक्ट चेकः शौर्य चक्र विजेता मुदासिर की मां को पाकिस्तान डिपोर्ट करने का भ्रामक दावा वायरल

Fact Check hi Featured Misleading

जम्मू-कश्मीर पुलिस के आतंकरोधी दस्ते के कॉन्स्टेबल मुदस्सिर अहमद शेख बारामुला के कुंजर इलाके में 22 मार्च 2022 को जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों से मुठभेड़ में मार गिराने के दौरान शहीद हो गए थे। मुदासिर के इस बलिदान के लिए उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने साल 2023 में उनकी मां शमीमा को शौर्य चक्र से प्रदान किया था। अब सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि मुदासिर की मां को पाकिस्तान डिपोर्ट कर दिया गया है।

मोहम्मद कासिम खान नामक यूजर ने सोशल मीडिया पर एक इंफोग्राफिक शेयर करते हुए लिखा, ‘शौर्य चक्र विजेता शहीद मुदासिर की मां पाकिस्तान डिपोर्ट. 45 साल से कश्मीर में थीं, 2023 में मुदासिर की मां शमीमा को शौर्य चक्र दिया था’

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वहीं मुदासिर अहमद शेख की मां शमीमा को पाकिस्तान डिपोर्ट किए जाने के दावे के साथ कई अन्य यूजर्स ने भी पोस्ट शेयर किया है। जिसे यहां देखा जा सकता है।

फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल दावे की जांच के लिए बारामुला पुलिस के ऑफिशियल एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल @BaramullaPolice को देखा। यहां मुदासिर अहमद शेख की मां शमीमा को पाकिस्तान डिपोर्ट किए जाने की वायरल खबरों पर एक स्पष्टीकरण देते हुए प्रेस रिलीज जारी किया गया है। जिसमें बताया गया है कि शहीद कांस्टेबल मुदासिर अहमद उर्फ बिंदास की मां के कथित प्रत्यावर्तन के संबंध में सोशल मीडिया पर प्रसारित खबरें झूठी, निराधार हैं तथा इनका स्पष्ट रूप से खंडन किया जाता है।

प्रेस रिलीज के अनुसार, ‘जम्मू-कश्मीर पुलिस शहीद कांस्टेबल मुदासिर अहमद शेख की विरासत को याद करती है, जिन्होंने कर्तव्य निभाते हुए अपनी जान दे दी और उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। उनका बलिदान जम्मू-कश्मीर पुलिस और पूरे देश के लिए बहुत गर्व की बात है। जम्मू-कश्मीर पुलिस जनता और मीडिया से गलत सूचना फैलाने से बचने का आग्रह करती है। सभी मीडिया प्लेटफॉर्म, समाचार एजेंसियों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर कोई भी जानकारी साझा करते समय अत्यधिक जिम्मेदारी बरतें। सार्वजनिक कार्यालयों द्वारा की गई कार्रवाई से जुड़े सभी मामलों में, संबंधित कार्यालय का आधिकारिक बयान अवश्य प्राप्त किया जाना चाहिए ताकि केवल सत्यापित जानकारी ही प्रकाशित की जाए।’

निष्कर्षः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि सोशल मीडिया पर किया गया दावा गलत है। बारामुला पुलिस ने शहीद कॉन्स्टेबल मुदासिर अहमद शेख की मां शमीमा के पाकिस्तान डिपोर्ट किए जाने की खबरों को झूठा और निराधार बताया है।