खालिस्तान का मुद्दा विदेशी सरजमीं पर काफी जोर-शोर से उठ रहा है। खालिस्तान के मुद्दे पर बात करने वाले काफी प्रभावशाली लोग जिसमें- मीडिया, थिंक टैंक, सामाजिक कार्यकर्ता और सोशल मीडिया एनफ्लुएंसर शामिल हैं। लेकिन यहां सवाल उठता है कि क्या यह सब कुछ स्वतः हो रहा है या फिर इसके पीछे एक ग्रुप बनाकर किसी खास रणनीति के तहत खालिस्तान का एजेंडा चलाया जा रहा है। DFRAC ने ऐसे ही सोशल मीडिया पर कुछ अकाउंट्स का विश्लेषण किया है। हमारे विश्लेषण में कई चौंकाने वाली बात सामने आई है। हमारी टीम ने पाया कि कई पत्रकार, थिंक टैंक, सामाजिक कार्यकर्ता और सोशल मीडिया एनफ्लुएंसर शामिल हैं, जो लगातार एक मकसद के तहत खालिस्तान के एजेंडे का बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं। इनमें से कई यूजर ऐसे हैं, जिनका खुद का मीडिया हाउस भी है। इस रिपोर्ट में हम निम्नलिखित बिन्दुओं को कवर कर रहे हैं-
- खालिस्तान समर्थक सोशल मीडिया पर सक्रिय पत्रकार
- खालिस्तान समर्थकों की प्रोफाइलिंग
- खालिस्तान आंदोलन का पाकिस्तान कनेक्शन!
- खालिस्तानी अमरजीत सिंह का पाकिस्तान से संबंध
- ‘पाकिस्तानी-अमेरिकन थिंक टैंक’ का ISI से कनेक्शन?
1. खालिस्तान समर्थक सोशल मीडिया पर सक्रिय पत्रकारः
सोशल मीडिया पर सक्रियता के साथ खालिस्तान का एजेंडा चलाने वाले पत्रकारों, थिंक टैंक, संगठन और सोशल मीडिया एनफ्लुएंसर्स को आप यहां दिए ग्राफिक में देख सकते हैं। ये पत्रकार और सोशल मीडिया एनफ्लुएंसर्स अमेरिका, कनाडा और यूनाइटेड किंगडम में मौजूद हैं। इन यूजर्स में कॉमन बात यह है कि इसके ज्यादातर यूजर्स एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और खालिस्तान के एजेंडे को बढ़ाते रहते हैं।
2. खालिस्तान समर्थक पत्रकारों की प्रोफाइलिंग:
खालिस्तान के समर्थन करने वाले कई यूजर्स को X (पहले ट्विटर) ने भारत में विथहेल्ड कर दिया है। वहीं कई ऐसे यूजर्स हैं, जो पत्रकारिता की आड़ में अपना एजेंडा चलाते हैं। हमारी टीम द्वारा कुछ यूजर्स की प्रोफाइलिंग की जा रही है।
- पॉलिटिक्स पंजाब टीवीः
ट्विटर पर Politics Punjab TV (@PoliticsPunj774) नामक एक यूजर है। यह खुद को यूनाइडेड किंगडम पर आधारित मीडिया हाउस बताता है। इस चैनल का दावा है कि यह पंजाबी और अंग्रेजी भाषा का टेलीविजन चैनल है, जो स्काई 774 पर सभी दर्शकों के लिए समाचार, सांस्कृतिक, शैक्षिक और मनोरंजक कार्यक्रम पेश करता है। लेकिन हैरानी की बात है कि इस आईडी से हाल फिलहाल में खुद के चैनल के कार्यक्रमों को पोस्ट नहीं किया गया है। इस आईडी से सिर्फ दूसरे मीडिया संस्थानों के पोस्ट को रिट्वीट किया जा रहा है।
Politics Punjab TV का चैनल यूट्यूब पर भी उपलब्ध है। हमारी टीम ने जब इस चैनल पर अपलोड किए जाने वाली वीडियो की जांच की, सामने आया कि यह चैनल सांस्कृतिक, शैक्षिक और मनोरंजक खबर देने की आड़ में खालिस्तान का एजेंडा चला रहा है। इस चैनल पर कई प्रोग्राम ऐसे कई किए गए हैं, जो खालिस्तान के बैनर पर चलाए गए हैं। कुछ प्रोग्राम का यहां स्क्रीन शॉट दिया जा रहा है।
- जगजीत सिंहः
पॉलीटिक्स पंजाब टीवी के नेक्सस में अमेरिका और कनाडा में रह रहे कई लोग भी जुड़े हैं, जो खुद को पत्रकार कहते हैं, लेकिन एजेंडा खालिस्तान का चलाते हैं। इन्हीं में एक नाम है जगजीत सिंह का। जगजीत सिंह का ट्विटर पर @JagjeetInCAN यूजरआईडी से अकाउंट है। इसने अपने बायो में लोकेशन न्यूयॉर्क-अमेरिका बताया है। इसके कवर फोटो में आपको खालिस्तान के झंडे दिख जाएंगे।
जगजीत सिंह खुद को Politics Punjab TV का पत्रकार बताया है। वह अपने ट्विटर हैंडल से ज्यादातर ट्वीट खालिस्तान के मुद्दे पर किया है। वह खालिस्तान के समर्थन होने वाले प्रदर्शनों को कवर करता है और भारत विरोधी प्रोपेगेंडा का बढ़ाने की पूरी कोशिश करता है। जगजीत ने कई ट्वीट में भारत द्वारा घोषित आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू का बचाव किया है और उसके कार्यों की तारीफ भी की है।
जगजीत सिंह के फेक न्यूजः
जगजीत सिंह खालिस्तान का मुद्दा चलाने के लिए कई बार फेक न्यूज भी फैलाया है। इसने अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता मार्गरेट मैकलियोड के बयान पर फेक न्यूज चलाया है। जगजीत सिंह ने मैकलियोड का एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- कनाडा में खालिस्तान जनमत संग्रह समन्वयक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ।
फैक्ट चेकः
जगजीत सिंह का दावा गलत है, क्योंकि जो वीडियो उसने पोस्ट किया है, उसमें कहीं भी मार्गरेट मैकलियोड ने ऐसा कुछ नहीं कहा है। मैकलियोड का बयान हिन्दी में है। उन्होंने ‘PTI’ से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ट्रुडो का इल्जाम काफी संजीदा है। हम इस मामले पर कनेडियन साथी के साथ वार्ता जारी रखते हैं और हमारे इंडियन साथी के साथ भी वार्ता कर रहे हैं। जब तक इस मामले पर तफ्तीश/जांच हो रही है, मैं ज्यादा तफ्शील से बात नहीं कर सकती हूं। इसके बाद मैकलियोड भारत और अमेरिका के मजबूत रिश्तों पर बात करती हैं।
खालिस्तान पर जगजीत सिंह के ट्वीट की संख्याः
जगजीत सिंह ने खालिस्तान शब्द के साथ 244 ट्वीट किए हैं। इन ट्विट्स का बड़े पैमाने पर इम्प्रेशन रहा है, जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन ट्विट्स पर 10,218 लाइक्स, 8564 रिट्वीट् और 663 कमेंट्स आए हैं।
- हरजिंदर सिंहः
हरजिंदर सिंह खुद को अमेरिकन सिख बताते हैं। उनके बायो के मुताबिक वह अमेरिकी की सिख समन्वय समिति के मीडिया प्रवक्ता, विश्व सिख संसद के सदस्य हैं।
हरजिंदर सिंह अपने ट्विटर अकाउंट से लगातार भारत विरोधी पोस्ट करते रहते हैं। उनके एजेंडे में खालिस्तान प्रमुखता से है। यह दिए गए कुछ ट्वीटस में हरजिंदर के भारत विरोधी और खालिस्तान के समर्थन वाले ट्वीट को देखा जा सकता है।
हरजिंदर सिंह का खालिस्तानी डॉ.अमरजीत सिंह से संबंधः
हरजिंदर सिंह ट्विटर पर कवर फोटो लगाया है। इस कवर फोटो में आप खालिस्तान के कट्टर समर्थक डॉ. अमरजीत सिंह को देख सकते हैं। डॉ.अमरजीत सिंह और पाकिस्तान से उसके संबंधों पर आगे विस्तार से बताया गया है।
- हरजीत सिंह @moksha0013):
हरजीत सिंह की ट्विटर प्रोफाइल को ओपेन करते ही आपको हथियारों के साथ उनकी प्रोफाइल फोटो दिख जाएगी। वह खुद को सोशल मीडिया इनफ्लूएंसर बताता है और लोकेशन में यूनाइटेड स्टेट्स लिख रहा है।
हरजीत सिंह खालिस्तान का समर्थक है और वह अपने ट्विटर आईडी से खालिस्तान के समर्थन ट्वीट करता है। उसके कुछ ट्वीट का स्क्रीन शॉट यहां दिया जा रहा है।
- जसकरन संधूः
जसकरन संधू कनाडा के ब्राम्पटन शहर में रहते हैं। उनके बायो के मुताबिक वह कनाडा की बाज मीडिया (@BaazNewsOrg) के को-फाउंडर हैं। जसकरण संधू और बाज मीडिया पर खालिस्तान के समर्थन में प्रोपेगेंडा करने के आरोप लगते रहे हैं। जसकरण शब्दों के साथ खेलते हैं और बड़ी ही चालाकी से खालिस्तान का एजेंडा सेट करते हैं। जैसे एक ट्वीट में संधू लिखते हैं कि खालिस्तानी होना कुछ भी गलत नहीं है। वह खालिस्तान को सिख धर्म के साथ जोड़ते हैं।
एक अन्य ट्वीट में जसकरन संधू बड़ी चालाकी से “खालिस्तान” को सिख धर्म के इतिहास से जोड़ते है। उन्होंने लिखा- “खालिस्तान” किसी समूह या संगठन का नाम नहीं है। “खालिस्तान” एक विचार है, जो संप्रभुता के सिख सिद्धांतों और हमारे गुरुओं के समय से चले आ रहे सिख आत्मनिर्णय के लंबे इतिहास पर आधारित है। यह कहना बेहद अपमानजनक है कि यह अपने आप में एक चरमपंथी विचारधारा है।”
वहीं जिस बाज मीडिया के जसकरन संधू को-फाउंडर हैं, उसने एक ट्वीट में दावा किया था कि भारत सरकार ने उस पर भारतीय आईटी एक्ट के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उसे विथहेल्ड करने की मांग की थी।
खालिस्तान समर्थकों के ट्वीट्स का विश्लेषणः
हमने जगजीत सिंह, हरजीत सिंह, हरजिंदर सिंह और जगदीप सिंह के ट्वीट्स का विश्लेषण किया। हमारी टीम ने पाया कि जैसे-जैसे समय बीतता गया, इन अकाउंट्स से खालिस्तान पर ट्वीट्स की संख्या बढ़ती गई। यह देखा जा सकता है कि जुलाई से 26 सितंबर के बीच इन अकाउंट्स से खालिस्तान पर बड़े पैमाने पर ट्वीट किया गया है।
वर्डक्लाउडः
वर्डक्लाउड से पता चलता है कि खालिस्तान को लेकर प्रमुखता से ट्वीट किया गया है। इन अकाउंट्स के ट्वीट्स में इस्तेमाल किए गए अधिकांश शब्दों में निज्जर, एसएफजे, पन्नू, पंजाब, लिबरेट, कनाडा शामिल हैं।
खालिस्तानी आंदोलन का पाकिस्तान कनेक्शन:
खालिस्तान के मुद्दे को प्रमुखता से उठाने वालों में दो नाम सामने आते हैं। पहला- गुरपतवंत सिंह पन्नू, सिख फॉर जस्टिस, दूसरा- डॉ. अमरजीत सिंह, खालिस्तान अफेयर्स सेंटर। इन दोनों ने कई बार खालिस्तान को लेकर प्रदर्शन का आयोजन किया था। लेकिन यहां एक तीसरा शख्स भी जो खालिस्तान आंदोलन को धार देने की कोशिश कर रहा है। इस शख्स का दावा है कि उसने 2016 में खालिस्तान आंदोलन को रि-लॉन्च किया था, जो अब काफी मजबूत हो चुका है।
तो आइए इस शख्स के बारे में जानते हैं। इस शख्स का नाम है राजा रज्जाक। यह मूल रूप से पाकिस्तान का रहने वाला है। इस शख्स ने अपने ट्वीटर बायो (@RRazzaqPMLN) में बताया है कि वह ‘पाकिस्तानी अमेरिकन थिंक टैक’ का अध्यक्ष है। उसने खुद को सामाजिक कार्यकर्ता और मीडिया रिपोर्टर भी बताया है।
राजा रज्जाक के ट्विटर अकाउंट की जांच में DFRAC की टीम को एक बड़ा दावा मिला। इस व्यक्ति ने दावा किया है कि उसने अपने साथी सलीम मलिक के साथ मिलकर वर्ष 2016 में खालिस्तान आंदोलन को रि-लॉन्च किया था, जो अब काफी ज्यादा मजबूत हो गया है। उसने आगे खालिस्तान के साथ कश्मीर को भी जोड़ा है।
राजा रज्जाक कोई साधारण शख्स नहीं है। वह पाकिस्तान की टॉप लीडरशिप में काफी पहुंच रखता है। उसकी कई फोटो पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ हैं। इसके अलावा वह नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज शरीफ से भी जुड़ा है। मरियम के साथ भी राजा की फोटो को देखा जा सकता है। इसके अलावा ट्विटर पर उसे मरियम नवाज शरीफ के राजनीतिक सचिव जीशान मलिक (@ZeshanMalick) द्वारा फॉलो भी किया जाता है।
राजा रज्जाक ने ट्विटर पर एक पोस्टर शेयर किया है। इस पोस्टर में वह दावा करता है कि वह नवाज शरीफ की पार्टी मुस्लिम लीग-एन का अमेरिका में यूथ विंग का चीफ ऑर्गेनाइजर है। नीचे दिए स्क्रीनशॉट में पोस्टर को देखा जा सकता है।
राजा रज्जाक अमेरिका में खालिस्तान समर्थक डॉ. अमरजीत सिंह द्वारा आयोजित प्रदर्शनों में शामिल होता रहा है। इसके अलावा वह कश्मीर और खालिस्तान पर कई प्रदर्शनों को आयोजित भी कर चुका है। उसने प्रदर्शन वाले ट्वीट में मुस्लिम लीग-एन और पाकिस्तान सशस्त्र बल के प्रवक्ता DG-ISPR (@OfficialDGISPR) को भी टैग किया है। जिसे यहां दिए कोलाज में देखा जा सकता है।
एक ट्वीट में राजा रज्जाक को खालिस्तान समर्थक डॉ. अमरजीत सिंह के साथ पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्नाह और पूर्व पीएम नवाज शरीफ का जन्मदिन मनाते हुए देखा जा सकता है। इस जन्मदिन कार्यक्रम में नवाज शरीफ की पार्टी के यूथ विंग के केंद्रीय सूचना सचिव और केंद्रीय अध्यक्ष अली खान युसुफजई भी कथित तौर पर शामिल हुए थे।
राजा रज्जाक और डॉ. अमरजीत सिंह का गुरपतवंत सिंह पन्नू के साथ कनेक्शनः
राजा रज्जाक और डॉ. अमरजीत सिंह का गुरपतवंत सिंह पन्नू के साथ कॉमन कनेक्शन भी है। ये तीनों आपस में किस प्रकार से जुड़े हुए हैं, इसका विश्लेषण यहां किया जा रहा है।
इन तीनों के बीच एक कॉमन कनेक्शन है। दरअसल टीवी-84 नाम का एक मीडिया संस्थान है। इसके यूट्यूब चैनल पर लगातार खालिस्तान का एजेंडा प्रमोट किया जाता है। टीवी-84 पर अपलोड एक पैनल डिस्कशन में डॉ. अमरजीत सिंह के साथ गुरपतवंत सिंह पन्नू को देखा जा सकता है। इस इंटरव्यू को 26 जुलाई 2015 को अपलोड किया गया था। इस पैनल में एसएफजे का दूसरा सदस्य अवतार सिंह पन्नू भी था।
क्या ‘पाकिस्तान-अमेरिकन थिंक टैंक’ का ISI से कनेक्शन है?
इंडिया टुडे की 17 जनवरी 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि ‘पाकिस्तान अमेरिकन थिंक टैंक’ को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारत विरोधी गतिविधियों के लिए फंड ट्रांसफर किए थे। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि- “पिछले महीने न्यूयॉर्क में पांचवां वार्षिक फंड रेजिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में कई खालिस्तान समर्थक नेताओं सहित लगभग 200 लोगों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में पाकिस्तान अमेरिकी थिंक टैंक के कई सदस्यों ने भी भाग लिया। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि आईएसआई ने ऐसी भारत विरोधी गतिविधियों के आयोजन के लिए पाकिस्तान अमेरिकी थिंक टैंक को फंड ट्रांसफर किया था।”
पाकिस्तानी और खालिस्तानी मीडिया का गठजोड़ः
यूट्यूब पर दो चैनल हैं। एक- टीवी-84 और दूसरा- Republic Plus TV, टीवी-84 पर डॉ. अमरजीत सिंह के कार्यक्रम लगातार आते रहते हैं। जबकि रिपब्लिक प्लस टीवी पर तारिक कियानी नाम का एंकर शो करता है। तारिक कियानी पाकिस्तानी मूल का रहने वाला है। वह अपने यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान के मुद्दों पर न्यूज का प्रसारण और पाकिस्तान के विशेषज्ञों के इंटरव्यू करता रहता है।
तारिक कियानी के खालिस्तान पर ऊर्दू भाषा में किए गए कार्यक्रमों को टीवी-84 के चैनल पर अपलोड किया जाता है। यहां दिए स्क्रीनशॉट में इसे देखा जा सकता है।
वहीं हमारी टीम ने जब तारिक कियानी के ट्विटर अकाउंट की जांच को पाया कि इस आईडी से भारत विरोधी एजेंडे को बढ़ाया जाता है। यहां उन खबरों का चयन करके ट्वीट या रिट्वीट किया जाता है, जो भारत के विरोध वाली होती है। नीचे दिए स्क्रीनशॉट में इसे आप देख सकते हैं।
निष्कर्षः
खालिस्तान का एजेंडा सोशल मीडिया पर स्वतः नहीं चल रहा है। इसके लिए खालिस्तान समर्थक पत्रकारों, बुद्धिजीवियों, थिंक टैंक, सामाजिक कार्यकर्ताओं और सोशल मीडिया एनफ्लुएंसर्स लगातार कार्य कर रहे हैं। पाकिस्तानियों द्वारा संचालित पाकिस्तानी-अमेरिकन थिंक टैंक तो यह दावा करता है कि उसने खालिस्तान के मुद्दे को रि-लॉन्च किया है। यानी यह कहा जा सकता है कि खालिस्तान के मुद्दे को बढ़ाने के लिए साजिश के तहत एक बड़ा नेक्सस कार्य कर रहा है।