सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक की क्रिकेट के बैट से पिटाई की जा रही है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि मंदिर के पुजारी की कट्टर मुस्लिम लड़के ने पिटाई कर दी। यूजर्स इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करने की अपील भी कर रहे हैं।
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा- “हिन्दू मंदिर के पुजारी की पिटाई करने वाले एक कट्टर मुस्लिम का वीडियो इसे सभी समूहों में साझा करें कृपया अपराधी की पहचान करने और उसे गिरफ्तार करने के लिए इस वीडियो को साझा करें प्रिय हिंदुओं”
वहीं ऐसे ही दावे के साथ कई अन्य यूजर्स भी इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं।
- https://twitter.com/hindavirashtra/status/1631010734196035584?s=20
- https://twitter.com/vishokpsingh/status/1630728621081100289?s=20
फैक्ट चेकः
वायरल दावे का फैक्ट चेक करने के लिए DFRAC की टीम ने वीडियो को कई फ्रेम्स में कन्वर्ट किया। फिर इसे रिवर्स सर्च किया। हमें ‘NEWS 18 हिन्दी’ की 3 नवंबर 2020 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक- “हरियाणा के फतेहाबाद जिले के भट्टूकलां थाना क्षेत्र के गांव ढाबीकलां में मंदिर के पुजारी की क्रिकेट बैट से बेरहमी से पिटाई करने का मामला सामने आया है। पुलिस (Police) के अनुसार पंडित की पिटाई करने के मामले में वजह सामने आई है। एक वायरल ऑडियो जिसमें पुरुष और महिला की आवाज में आपत्तिजनक बातें हो रही हैं। आरोप (Allegations) लग रहा है कि ऑडियो में बातचीत करने वाला पुरुष मंदिर का पुजारी है और महिला की आवाज गांव की किसी लड़की की है।”
वहीं इस संदर्भ में हमें दैनिक भास्कर की 2 साल पहले प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। जिसमें बताया गया है कि हरियाणा में फतेहाबाद जिले के ढाबी कलां गांव में एक पुजारी की क्रिकेट बैट से पिटाई की गई। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पुजारी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर क्रिकेट खेल रहे लड़कों ने पिटाई की थी।
वहीं दैनिक भास्कर की एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि पुजारी की पिटाई मंदिर में बैट रखने से इनकार करने पर की गई है।
वहीं फेसबुक पर ‘स्वतंत्र खबर’ नामक यूजर द्वारा 6 नवंबर 2020 को यही वीडियो पोस्ट किया गया है। जिसमें दी गई जानकारी के अनुसार पुजारी की पिटाई करने के आरोप में ढाबी कलां गांव निवासी अमित और कृष्ण और ठुईयां गांव निवासी प्रदीप सहित एक अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो 2 साल पुराना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुजारी की पिटाई करने वाले मुस्लिम नहीं बल्कि हिन्दू समुदाय के युवक ही हैं। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा किया गया दावा गलत है।