पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार गिर चुकी है। शहबाज शरीफ अब पाकिस्तान के नए प्रधान मंत्री है। हालांकि अब भी दोनों नेताओं और उनके समर्थकों के बीच जुबानी हमले जारी है।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट बड़ी वायरल हो रही है। जिसमे दावा किया गया कि इमरान खान प्रधान मंत्री पद छोड़ने के साथ ही अपने पीछे 22 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार छोड़ गए है।
ملکی تاریخ کا پہلا وزیر اعظم جو قومی خزانہ میں $22B چھوڑ کر گیا ۔۔۔۔۔
بہترین کارکردگی کی عمدہ مثال ۔۔۔۔
#امپورٹڈ_حکومت_نامنظور pic.twitter.com/es1gKJC0bW
— Farrukh Habib (@FarrukhHabibISF) April 12, 2022
पाकिस्तान के पूर्व सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री फारुख हबीब ने ट्वीट कर कहा कि “देश के इतिहास में पहला प्रधानमंत्री जिसने राष्ट्रीय खजाने में 22 अरब डॉलर छोड़े। बेहतरीन प्रदर्शन का बेहतरीन उदाहरण।”
फैक्ट चेक:
Sir g, ABSOLUTELY WRONG figure. Kindly check central bank website to get the correct information. He left behind $11.3 b gross official reserves as of April 1.
— Shahbaz Rana (@81ShahbazRana) April 13, 2022
फारुख हबीब के दावे की पड़ताल के दौरान हमें पाकिस्तान के मशहूर पत्रकार शाहबाज राणा का ट्वीट मिला। जिसमे उन्होने उपरोक्त दावे को गलत ठहराते हुए कहा कि इमरान खान ने आधिकारिक रूप से 11.3 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार छोड़ा है। बता दें कि शाहबाज राणा पाकिस्तान के आर्थिक मामलों पर रिपोर्ट करते है।
Total liquid foreign #reserves held by the country stood at US$ 17.48 billion as of April 01, 2022. For details: https://t.co/WpSgomnd3v pic.twitter.com/qzwGVJOsLE
— SBP (@StateBank_Pak) April 7, 2022
इसके अलावा हमें स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्ताना का भी एक ट्वीट मिला। जिसमे बताया गया कि 01 अप्रैल, 2022 तक पाकिस्तान के पास कुल तरल विदेशी #भंडार 17.48 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
इमरान खान द्वारा आधिकारिक रूप से छोड़े गए 11.3 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा भंडार में सात अरब डॉलर सऊदी अरब, चीन और यूएई द्वारा पाकिस्तान को अपने विदेशी भंडार को स्थिर रखने के लिए दिए हैं। अन्यथा पाकिस्तान के पास सिर्फ 4 अरब डॉलर से अधिक का भंडार रह जाता है।
अत: इमरान खान अपने पीछे 22 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार छोड़े जाने का दावा असत्य है।
Claim review: इमरान खान अपने पीछे 22 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार छोड़ा।
Claim by: Farrukh Habib
Fact check: असत्य