प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनआईए) की आधारशीला रखी थी। इसी बीच केंद्रीय सूचना और प्रसारण, युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़ा दावा करते हुए इस हवाई अड्डे को एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा करार दिया।
एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट के रूप में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अपने साथ 35000 करोड़ रुपये का निवेश भी लाने जा रहा है। इससे एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा और क्षेत्र में विकास की गति भी तेज होगी। pic.twitter.com/YokeYkz5Le
— Office of Mr. Anurag Thakur (@Anurag_Office) November 25, 2021
अनुराग ठाकुर ने अपने ट्वीट में कहा कि ‘एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट के रूप में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट अपने साथ 35000 करोड़ रुपये का निवेश भी लाने जा रहा है। इससे एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा और क्षेत्र में विकास की गति भी तेज होगी।’
पीएम मोदी के शिलान्यास समारोह से ठीक एक दिन पहले अनुराग ठाकुर ने ये ट्वीट किया।
फेक्ट चेक
अनुराग ठाकुर के दावे की जब हमने पड़ताल की तो पाया कि एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) के अनुसार, एशिया में सात हवाई अड्डे हैं, जिन्होंने 2019 में 70 मिलियन से अधिक यात्रियों की मेजबानी की। जिसमे चीन का बीजिंग कैपिटल इंटरनेशनल एयरपोर्ट (PEK) (100,011,438), दुबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (86,396,757), टोक्यो (जापान) हानेडा हवाई अड्डा (85,505,054), शंघाई, चीन में पुडोंग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (76,153,455), चीन में गुआंगज़ौ बाईयुन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (73,386,153), चीन में हांगकांग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (71,415,245) और कोरिया में इंचियोन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (71,204,153) यात्रियों की संख्या के साथ शीर्ष पर है।
वहीं दूसरी और यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के लिए प्राइसवाटरहाउसकूपर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा जेवर में हवाई अड्डे के लिए की गई तकनीकी-आर्थिक व्यवहार्यता रिपोर्ट के अनुसार, हवाई अड्डे की अधिकतम क्षमता सालाना 77 मिलियन यात्रियों की हो सकती है। इस उच्च अनुमान के बावजूद, एनआईए अभी भी शीर्ष स्थान हासिल नहीं कर पाई है क्योंकि एशिया के तीन हवाई अड्डों ने पहले ही 77 मिलियन से अधिक यात्रियों की मेजबानी की है।
इसके अलावा एनआईए का कुल क्षेत्रफल 1,334 हेक्टेयर होने का अनुमान है। तो वहीं यूएई में किंग फहद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का क्षेत्रफल 78,000 हेक्टेयर है और दुनिया के सबसे बड़ा हवाई अड्डे के रूप में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
एयर ट्राफिक के मामले में भी एनआईए का अनुमान है कि 2019 में सालाना कुल 489,700 हवाई यातायात की आवाजाही होगी, लेकिन तीन चीनी हवाई अड्डों पर पहले ही 489,700 से अधिक विमानों की आवाजाही हो चुकी है। जिनमे शामिल है – बीजिंग कैपिटल इंटरनेशनल एयरपोर्ट (594,329), शंघाई में पुडोंग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (577,846) और गुआंगज़ौ बाईयुन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (491,249)
अत: केंद्रीय सूचना और प्रसारण, युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर का ये दावा झूठा और भ्रामक है।