सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो में एक शख्स को हिन्दू समुदाय के खिलाफ भड़काऊ बयान देते हुए सुना जा सकता है। इस वीडियो में यह शख्स कहता है कि बांग्लादेश में हिन्दुओं के वफादार खत्म हो गए। इसके अलावा वह जम्मू-कश्मीर में धारा-370 और 35-A के खत्म किए जाने को लेकर भारत विरोधी टिप्पणियां करता है।
इस वीडियो को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में वक़्फ़ एक्ट के ख़िलाफ़ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के हुए प्रदर्शन का बताकर शेयर किया जा रहा है। मनोज श्रीवास्तव नामक यूजर ने लिखा, “कल ही तालकटोरा स्टेडियम में आतंकवादीयो ने इंडी नेताओं के साथ बैठक की थी> फिर मुसलमानो को हिन्दूओं के खिलाफ उकसाया गया और आज ही 27 हिन्दुओं की हत्या कर दी गई”

फैक्ट चेकः
DFARC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच की। हमने पाया कि इस वीडियो को 19 अप्रैल को एक यूट्यूब चैनल और एक इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया गया है। इस वीडियो के साथ जानकारी दी गई है कि यह वीडियो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के रावलकोट का है, जहां लश्कर ए तैयबा के कमांडर अबू मूसा ने भारत और हिन्दू विरोध बयान देते हुए जिहाद की बात कही थी।
दानिश नजीर नामक इंस्टाग्राम यूजर ने इस वीडियो के साथ जानकारी दी है कि लश्कर-ए-तैयबा के मारे गए आतंकी अकिफ हलीम के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में जेकेयूएम/एलईटी कमांडर अबू मूसा ने कहा कि जेहाद जारी रहेगा, बंदूकें भड़केंगी और जेके में सिर कलम करना जारी रहेगा। दानिश ने इस वीडियो के साथ लोकेशन और तारीख भी बताई है, दानिश के मुताबिक यह वीडियो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के रावलकोट में 18 अप्रैल का है।

इसके अलावा एक यूट्यूब चैनल पर भी इस वीडियो को 19 अप्रैल को अपलोड किया गया है।
वहीं तालकटोरा स्टेडियम में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का प्रदर्शन 22 अप्रैल को आयोजित किया गया था, जिसमें कई सांसदों और मुस्लिम संगठन शामिल हुए थे।

DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो के संदर्भ में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता एसक्यूआर इलियास से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “यह भाषण मीटिंग में बिल्कुल नहीं दिया गया है। यह सरासर झूठ और फेक प्रचार है। हम इसकी निंदा करते हैं।”
निष्कर्षः
DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि भारत विरोधी और हिन्दू समुदाय के खिलाफ भड़काऊ बयान वाला वायरल वीडियो दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में वक़्फ़ एक्ट के ख़िलाफ़ प्रदर्शन का नहीं है। यह LeT कमांडर अबु मूसा का पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के रावलकोट में भड़काऊ बयान देने का वीडियो है। इसलिए यूजर का दावा भ्रामक है।