Home / Misleading / फैक्ट चेकः गुजरात में गरबा पर पथराव के आरोपियों की पिटाई का वीडियो हाल का नहीं है, यह वर्ष 2022 की घटना है

फैक्ट चेकः गुजरात में गरबा पर पथराव के आरोपियों की पिटाई का वीडियो हाल का नहीं है, यह वर्ष 2022 की घटना है

Garba

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ युवकों की खंभे से बांधकर पिटाई की जा रही है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि गुजरात के खेड़ा में गरबा पर कुछ युवकों ने पथराव कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की खंभे से बांधकर पिटाई की।

इस वीडियो को शेयर करते हुए विनी नामक यूजर ने लिखा, “ये गुजरात में खेड़ा नाम की जगह है. गरबा नृत्य कर रही महिलाओं के एक समूह पर मस्जिद से पथराव किया गया, जिसमें कुछ महिलाएं घायल हो गईं। इस घटना पर प्रतिक्रिया करते हुए, पुलिस ने उपद्रवियों को *शरिया कानून के अनुसार* वही सलूक दिया जो सऊदी अरब में दिया जाता है। गुजरात, केरल आंध्र कर्नाटक तेलंगाना या बंगाल जैसा नहीं है कि आप जैसा चाहें वैसा व्यवहार करें! अब देखना यही है कि और कितनों के पि@वाड़े *लाल* होते हैं”

Link

वहीं इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ कई अन्य यूजर्स ने भी शेयर किया है। जिसे यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है।

फैक्ट चेकः

DFRAC की टीम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि यह वीडियो हाल में हुई घटना का नहीं है। यह अक्टूबर 2022 की घटना का वीडियो है। इस घटना के बारे में एबीपी न्यूज, द हिन्दू सहित तमाम मीडिया संस्थानों ने रिपोर्ट प्रकाशित किया था। जिसके मुताबिक गुजरात के खेड़ा के उंधेला गांव में गरबा कार्यक्रम पर पथराव करने के आरोप में पुलिस ने कुछ मुस्लिम युवकों की खंभे से बांधकर पिटाई की थी और उनसे माफी मंगवाई थी।

Link

निष्कर्षः

DFRAC के फैक्ट चेक से साफ है कि वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं है। यह अक्टूबर 2022 में खेड़ा के उंधेला गांव में हुई पथराव की घटना के बाद आरोपियों की पिटाई का वीडियो है। इसलिए सोशल मीडिया यूजर्स का दावा भ्रामक है।

Tagged: